ज्ञानवापी के पैरोकार पर इंजेक्शन अटैक:विसेन बोले-शरीर में घबराहट हो रही, वायरस डाले जाने की आशंका; हफ्तेभर में आएगी जांच रिपोर्ट
वाराणसी2 घंटे पहले
0:24
ज्ञानवापी मामले के पैराेकार और अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह विसेन पर दिल्ली में मंगलवार देर रात निडिल-सिरिंज से हमला हुआ। हमलावार विसेन को पीछे से कंधे पर इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। मौके पर चिल्लाता देखकर लोग उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गए।
जहां डॉक्टरों ने इलाज और पूरी जांच करने के बाद बताया कि उनकी बॉडी में इंजेक्शन से कोई वायरस या दवा डाली गई होगी। इसका असर कई बार सप्ताह भर बाद भी दिखता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है। इधर, ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग की पूजा और राग-भोग के अधिकार से जुड़े मामले की आज सुनवाई होगी। 4 जून, 2022 को यह याचिका शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दाखिल की थी।
विसेन बोले- शरीर में कंपन और घबराहट हो रही है
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया कि रातभर अस्पताल में इलाज के बाद अब घर आ चुके हैं। शरीर में कंपन और घबराहट बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि इसकी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी, तभी सच्चाई का पता चल सकेगा। एक हफ्ते तक दवा चलेगी।
इंजेक्शन लगते ही दर्द और जलन होने लगी
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया, ”रात को करीब 9 बजे मैं खाना खाकर पास वाले पार्क में टहल रहा था। तभी दो लोग पीछे से आए और निडिल-इंजेक्शन मेरे कंधे पर पीछे से चुभा दिया। इसके बाद वो लोग भाग गए। जहां पर सुई चुभाई गई थी, वहां पर मुझे काफी दर्द और जलन होने लगी। वहां की स्किन पूरी तरह से सख्त हो गई थी। आस-पास के लोग मुझे लेकर पहले सरदार पटेल अस्पताल लेकर भागे। इसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने दवा-पट्टी की और जरूरी जांचें भी कराईं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बॉडी में क्या लिक्विड इंजेक्ट किया गया था? इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की है। पुलिस हमलावरों को पकड़ने और जांच में जुटी है।’
ज्ञानवापी के पैरोकार पर इंजेक्शन अटैक:विसेन बोले-शरीर में घबराहट हो रही, वायरस डाले जाने की आशंका; हफ्तेभर में आएगी जांच रिपोर्ट
वाराणसी2 घंटे पहले
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ज्ञानवापी मामले के पैराेकार और अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह विसेन पर दिल्ली में मंगलवार देर रात निडिल-सिरिंज से हमला हुआ। हमलावार विसेन को पीछे से कंधे पर इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। मौके पर चिल्लाता देखकर लोग उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गए।
जहां डॉक्टरों ने इलाज और पूरी जांच करने के बाद बताया कि उनकी बॉडी में इंजेक्शन से कोई वायरस या दवा डाली गई होगी। इसका असर कई बार सप्ताह भर बाद भी दिखता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है। इधर, ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग की पूजा और राग-भोग के अधिकार से जुड़े मामले की आज सुनवाई होगी। 4 जून, 2022 को यह याचिका शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दाखिल की थी।
विसेन बोले- शरीर में कंपन और घबराहट हो रही है
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया कि रातभर अस्पताल में इलाज के बाद अब घर आ चुके हैं। शरीर में कंपन और घबराहट बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि इसकी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी, तभी सच्चाई का पता चल सकेगा। एक हफ्ते तक दवा चलेगी।
हमलावार विसेन को पीछे से कंधे पर इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। जहां इंजेक्शन चुभाया गया है, लाल घेरे में देख सकते हैं।
हमलावार विसेन को पीछे से कंधे पर इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। जहां इंजेक्शन चुभाया गया है, लाल घेरे में देख सकते हैं।
इंजेक्शन लगते ही दर्द और जलन होने लगी
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया, ”रात को करीब 9 बजे मैं खाना खाकर पास वाले पार्क में टहल रहा था। तभी दो लोग पीछे से आए और निडिल-इंजेक्शन मेरे कंधे पर पीछे से चुभा दिया। इसके बाद वो लोग भाग गए। जहां पर सुई चुभाई गई थी, वहां पर मुझे काफी दर्द और जलन होने लगी। वहां की स्किन पूरी तरह से सख्त हो गई थी। आस-पास के लोग मुझे लेकर पहले सरदार पटेल अस्पताल लेकर भागे। इसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने दवा-पट्टी की और जरूरी जांचें भी कराईं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बॉडी में क्या लिक्विड इंजेक्ट किया गया था? इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की है। पुलिस हमलावरों को पकड़ने और जांच में जुटी है।’
डॉक्टरों का प्रेसक्रिप्शन।
डॉक्टरों का प्रेसक्रिप्शन।
पहले भी हमले की आशंका जता चुके हैं विसेन
जितेंद्र सिंह विसेन की पत्नी किरन सिंह विसेन और अन्य की ओर से ज्ञानवापी मामले में भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान समेत कई मुकदमे दायर किए गए हैं। इसके चलते कई बार इन्होंने अपने ऊपर हमले होने की आशंका जताई थी। इन्होंने कहा था कि उन्हें बार-बार मुकदमे से हटने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है। इन पर श्रृंगार गौरी केस की चार वादिनी महिलाओं ने गाली-गलौज और मुकदमे की पावर ऑफ अटॉर्नी को सीएम को जबरन सौंपने का आरोप लगाया था।
वकील बोले- सुरक्षाबल मुहैया नहीं कराई गई
जितेंद्र सिंह विसेन के वकील शिवम गौर ने कहा कि पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है। हमारी सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। गृह मंत्रालय में कुछ लोग कांग्रेसी मानसिकता के हैं, जिन्होंने मेरी और विसेन की सुरक्षा मुहैया कराए जाने की फाइल दबा कर रखी है।
ज्ञानवापी के मुकदमों को लेकर चर्चित रहे
जितेंद्र सिंह विसेन की मांग है कि ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिम पक्ष की एंट्री रोकी जाए। ज्ञानवापी का पूरा परिसर हिंदुओं को सौंपा जाए। परिसर में मिले कथित शिवलिंग की नियमित पूजा-पाठ करने दिया जाए। इस मुकदमे में UP सरकार, वाराणसी के DM और पुलिस कमिश्नर, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी और विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को प्रतिवादी बनाया गया था। इसके अलावा उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने मुकदमे की पावर ऑफ अटार्नी सौंपने की बात कही थी।