गाजीपुर : खबर जिले के रजागंज चौकी एवं सुहवल थाने की है, जहां पर एक बार पुनः अवैध वसूली में प्रशासन की संलिप्तता का प्रकरण सामने आया है। जिसमें पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
बता दें की पीड़ित वीरेंद्र कुमार शर्मा निवासी झुजैला जिला बिजनौर द्वारा 17 फरवरी को एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर यह बताया गया है की वह अपनी गाड़ी ( ट्रेलर ) से छपरा जा रहा था की इस दौरान सुहवल थाने की सीमा में उसके साथ कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा मार – पीट किया गया और अभद्रता भी की गई। उक्त वीडियो की एसपी गाजीपुर द्वारा जांच कराई गई तो 3 पुलिस कर्मी सुहवल थाने के जिनके नाम शंभू प्रजापति , अजीत यादव , नवीन पांडेय है जबकि 1 पुलिस कर्मी योगेंद्र यदुवंशी कोतवाली में तैनात है दोषी पाए गए।
इस वीडियो में ड्राइवर द्वारा बताया कि ब्रिज के दोनो तरफ सुहवल और कोतवाली थाना क्षेत्र में उससे पैसे मांगे गए और इसके साथ ही मार पीट भी किया गया गया।
एसपी ओमवीर सिंह ने जब उक्त घटना की पूरी गहनता से जांच कराई तो घटना को अंजाम देने वाले पुलिस कर्मी चिन्हित हुए। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल चारो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर उनके ऊपर जांच बैठा दिया है ।
बता दें की इसके पूर्व भी सुहवल थाना अवैध वसूली के लिए सुर्खियों में रहा है जब थानाध्यक्ष समेत 6 पुलिसकर्मी को एसपी ने बिना किसी आलाधिकारी को सूचना दिए गैर क्षेत्र में जाने को लेकर निलंबित किया था।