चुनावी महापर्व का अंतिम चरण
लखनऊ । सातवें चरण में पूर्वांचल के नौ जिलों में सुबह सात बजे से शाम को छह बजे तक मतदान होगा, हालांकि नक्सल प्रभावित सोनभद्र तथा चंदौली जिले के कुछ विधानसभा क्षेत्र में मतदान का समय प्रात: सात बजे से सांय चार बजे तक का है। उत्तर प्रदेश में सोमवार को अंतिम चरण यानी सातवें चरण का मतदान होगा। इस चरण में नौ जिलों की 54 विधान सभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है। सातवें तथा अंतिम चरण में वाराणसी सोनभद्र, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, भदोही, मीरजापुर तथा चंदौली में वोटिंग होगी। सातवें चरण के बाद सभी को दस मार्च का इंतजार रहेगा, जिस दिन चुनाव का परिणाम आएगा। सातवें चरण के 54 विधानसभा क्षेत्र में 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और इनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता करेंगे। पिछले चुनाव (2017) में इन 54 सीटों में से भाजपा ने 29, सपा ने 11, बसपा ने छह, अपना दल (एस) ने चार, सुभासपा ने तीन और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी। इस बार निषाद पार्टी तथा अपना दल (एस) को भाजपा के साथ ही हैं, लेकिन सुहेलदेव बहुजन समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो गया है। सातवें चरण के मैदान में सात मंत्रियों में एक कैबिनेट, दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्य मंत्री हैं। इनमें पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर वाराणसी की शिवपुर सीट से फिर किस्मत आजमा रहे हैं। स्टांप एवं निबंधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल वाराणसी उत्तर, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण, आवास एवं शहरी नियोजन राज्य मंत्री गिरीश यादव जौनपुर, ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मीरजापुर की मड़िहान सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य मंत्री संगीता बलवंत गाजीपुर में सदर तथा संजीव गोंड सोनभद्र के ओबरा से मैदान में हैं। वन एवं पर्यावरण मंत्री रहे दारा सिंह चौहान विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद मंत्री पद से त्यागपत्र देकर भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। वह मऊ की घोसी सीट से समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी हैं।