योगी सरकार ने देर रात सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 21695 हजार शिक्षकों का तबादला कर दिया है। हालांकि तबादला सूची जारी होते ही वेबसाइट बैठ गई है। इससे पहले राज्य सरकार ने 54,120 शिक्षकों के तबादले को मंजूरी दी थी लेकिन बीते दिनों हाईकोर्ट के एक फैसले से हजारों शिक्षकों के आवेदन स्वत: रद्द हो गए।
हाईकोर्ट ने बीते दिनों एक निर्णय दिया कि पुरुष अध्यापकों को नियुक्ति के 5 साल व महिला शिक्षकों को 2 साल पूरा होने के बाद ही तबादला दिया जाएगा। जबकि राज्य सरकार की तबादला नीति के तहत पुरुष शिक्षक 3 वर्ष व महिला शिक्षिकाएं एक वर्ष की सेवा पूरी करने पर तबादले की पात्र थीं।वहीं पारस्परिक तबादले में भी यदि एक शिक्षक इस नियम को पूरा नहीं कर रहा है तो दोनों के आवेदन रद्द कर दिए गए। शिक्षक लम्बे समय से तबादले का इंतजार कर रहे थे। इस तबादले के लिए शिक्षकों ने पिछले वर्ष आवेदन किए थे। पूरे एक वर्ष बाद तबादला सूची जारी हुई है। इन तबादलों ने 1.04 लाख शिक्षकों ने पंजीकरण कराया था और 70,838 शिक्षकों ने आवेदन किया था।