लखनऊ । प्रदेश में पंचायत चुनाव और बोर्ड परीक्षा को लेकर सरकार लगातार भ्रम और कयास को खत्म करना चाहती है। इस स्थिति से निपटने के लिए पंचायती राज्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री डा० दिनेश चंद शर्मा ने अलग अलग बयान दिया है। जिसका लब्बोलुआब यही है कि पहले चुनाव कराये जाएगें उसके बाद परीक्षा कराई जाएगी। पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा है कि 15 फरवरी तक नोटिफिकेशन आ जाएगा। 15 मार्च से 30 मार्च के बीच त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होगा।उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं के पुनर्गठन का कार्य पूरा हो चुका है। वार्डों का परिसीमन जारी है।इधर माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2021 पंचायत चुनाव के बाद आयोजित की जाएगी। बोर्ड परीक्षा के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में 14 जनवरी को होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के लिए पंचायत चुनाव के प्रस्तावित कार्यक्रम का इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालय परीक्षा केंद्र भी हैं उन्हें पंचायत चुनाव के लिए मतदान केंद्र भी बनाया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त शिक्षकों की चुनाव में भी ड्यूटी लगाई जाएगी और परीक्षा में भी। उन्होंने कहा कि परीक्षा पंचायत चुनाव के बाद कराने की योजना है। आपको बता दें कि यूपी में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव इस बार एक साथ होंगे। अभी तक की तैयारियां मार्च 2021 में चुनाव कराने की हैं। आरक्षण का फार्मूला जल्द तय हो जाएगा। वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूर्ण कर ली जाएगी।