लूट की घटना में शामिल एक कान्स्ट्रेबल गाजीपुर जनपद के जंगीपुर थानाक्षेत्र का निवासी
गोरखपुर। पुलिस की वर्दी में लूटेरे पुलिसवालों को पुलिस ने ही दबोच लिया और इसका खुलासा भी पुलिस ने ही किया है। रेलवे बस अड्डे से महराजगंज के दो सर्राफा कारोबारियों को बुधवार को चेकिंग के बहाने अगवा कर 30.20 लाख की लूट करने वाले वर्दीधारी बदमाश वास्तव में पुलिसवाले ही निकले। जिसमे गाजीपुर जनपद के जंगीपुर थाना क्षेत्र के अरवलपुर गाँव निवासी कान्स्ट्रेबल संतोष यादव भी शामिल था। सभी लुटेरे पास के ही जिले बस्ती के पुरानी बस्ती थाने पर तैनात दारोगा और दो सिपाही थे। गोरखपुर पुलिस ने तीनों पुलिसवालों समेत पांच को दबोचकर लूटी गई नकदी और सोना भी बरामद कर लिया है। इनके खिलाफ रासुका और गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। तीनों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही शासन के पास बर्खास्तगी के लिए पत्र लिखा जा रहा है। उधर, लापरवाही बरतने पर पुरानी बस्ती थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर अवधेश राज और बुधवार को ड्यूटी पर तैनात आठ अन्य पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है।
महराजगंज के निचलौल कस्बे से लखनऊ जा रहे सर्राफा कारोबारियों दीपक वर्मा और रामू वर्मा से बुधवार सुबह वर्दीधारियों ने 19 लाख रुपये और 11.20 लाख के गहने लूट लिए थे। छानबीन में पुलिस को फुटेज में बस अड्डे के पास वह बोलेरे दिखी जिसमें बैठने से दोनों कारोबारियों ने इनकार कर दिया था। बस्ती की बोलेरो के मालिक के जरिए पुलिस ने ड्राइवर देवेंद्र यादव को दबोचा। ड्राइवर ने बताया कि वह गाड़ी से दबिश के लिए पुरानी बस्ती थाने में तैनात दरोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेन्द्र यादव और संतोष यादव को लेकर गोरखपुर आया था। इसके बाद गोरखपुर पुलिस ने दरोगा धर्मेंद्र यादव और दोनों सिपाहियों को उनके थाने से ही दबोच लिया। पहले तो वे घुमाते रहे लेकिन कड़ी पूछताछ में टूट गए और वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया।
एसएसपी गोरखपुर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से लूट की रकम और सोना बरामद कर लिया गया है। वर्दी को दागदार करने वाले इन पुलिसवालों के खिलाफ एनएसए और गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। इनकी बर्खास्तगी के लिए भी ऊपर के अफसरों को लिखा जा रहा है। कोई पुलिसर्मी दोबारा इस तरह की हरकत न करे, इसलिए इन्हें कठोर से कठोर दंड दिलाने की कोशिश की जाएगी।