गाजीपुर। सरकार बिजली चोरी रोकने के लिए पिछले क ई महीने से अभिनाय चलाकर कर किसानों और भूस्वामियों पर मुकदमा कायम कर रही है जबकि बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही जिस कारण उपभोक्ता दोहरा मार झेलने को विवश है। बिजली उपभोक्ताओं को प्रताणित करने में सरकारी कर्मचारी खूब जोर दिखा रहे हैं जबकि उपभोक्ताओं को सुविधा के नाम पर झुनझुना दिखाया जा रहा है।
रेवतीपर,सुहवल सहित जनपद के अधिकांश हिस्से में बिजली की आपूर्ति जर्जर खम्भों और तारों पर टिकी है जो कभी भी फाल्ट हो जाती है। इस कारण अक्सर बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। बताया जाता है कि बिजली के तार व खम्भे पिछले दो दशक से नही बदले गये हैं जिस कारण आये दिन फीडर ब्रेक डाउन में रहते हैं। किसान इस समय गेंहू की बुआई में लगे हैं जिसमें पानी की जरुरत ज्यादा होती है ऎसे समय में बिजली समस्या गहरा गयी है। इस समस्या के आलोक में बिजली के टुटे खम्भा को लेकर छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष आशुतोष मिश्रा ने ex.e.n जमानिया महेन्द्र मिश्रा से फोन से वार्ता कर कहा कि एक सप्ताह में खम्भा नहीं बदला गया तो 15 दिसम्बर को सुहवल उप केन्द्र पर धरने पर बैठेगे। छात्र नेता ने कहा की कालूपुर पटकनीया समपर्क मार्ग के किनारे बवाड़ा में लकडी के खम्भे के सहारे खम्भा लगा है इसे किसी दिन कोई बड़ी घटना हो सकती है। छात्र नेता ने सरकारी दल पर आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के काम को बढ़ा-चढ़ा कर बताकर वाहवाही लूट रहे हैं जबकि क्षेत्रीय समस्याओं से कोई केना-देना नहीं है।
युवा नेता ने कहा कि पुरे देश में कृषि बिल को लेकर किसान आन्दोलन कर रहे हैं तो सरकारी दल के नेता इसका विरोध कर रहे हैं। इन नेताओं को अपने क्षेत्र की जनसमस्या की ओर भी ध्यान देना चाहिए। युवा नेता ने कहा कि यदि जर्जर खम्भों के कारण कोई अनहोनी हुई तो बर्दाश्त नहीं होगा ,अगर बिजली विभाग की कुंभकर्णी निद्रा नही टूटी और हमारी मांगो को समय रहते पुरा नहीं की और शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो विभाग इसका खामियाजा भुगतने के लिये तैयार रहे।