खेल दिवस पर विशेष : सरकारी सुविधाएं न मिलने से खिलाड़ियों का मनोबल गिरा
कंचौसी ( विपिन गुप्ता) । ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी नहीं है आवश्यकता है उन्हें उचित मार्गदर्शन की। एक युवा जो कब्बड़ी में रुची रखता है लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण आगे नहीं बढ़ पाया । आजकल गाँव में ही देशी जिम खोल कर युवाओं का प्रेरणास्रोत बना हुआ है। खेल क्षेत्र में कंचौसी के खिलाड़ी कई खेलों में रूचि रखते हैं लेकिन सरकार से कोई सरकारी सुविधा ने मिलने पर कंचौसी के खिलाड़ियों मनोबल गिरता सा नजर आ रहा है। क्रिकेटर विशाल ने कई टूर्नामेंटों में हिस्सा लेकर मैच जीते और अपने अच्छे प्रदर्शन से कई मैडल, ट्रॉफियाँ व कई अन्य ईनाम प्राप्त किए और कंचौसी का गौरव बढ़ाया।
कबड्डी में रूचि रखने वाले श्रेष्ठ खिलाड़ी जैनेंद्र कुमार कई बार जिला स्तर, मंडल स्तर, तीन बार प्रदेश स्तर 2018, 2019, 2020 व एक बार अंर्तराष्ट्रीय स्तर 2019 पर खेलकर विजेता होकर सम्मानित हुआ है। सैकड़ों मैडल, ट्रॉफियाँ व अन्य ईनाम भी प्राप्त किए हैं। लेकिन फिर भी सरकारी सुविधा न मिलने से अंर्तराष्ट्रीय खिलाड़ी जैनेंद्र कुमार ने अपने गाँव सूखमपुर में देशी जिम बना डाली।और जैनेंद्र ने बताया कि जब वो अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर खेलने गया तो सरकार की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। जिससे जैनेंद्र कुमार व उसके परिवार को परेशानियों से जूझना पड़ा। इस वर्ष भी जैनेंद्र कुमार प्रदेश स्तर पर कबड्डी खेलने जाएगा।जैनेंद्र के पिता ने ये भी बताया कि मैं सरकार से कई बार आर्थिक मदद मांग चुका हूँ लेकिन कोई मदद न मिलने से जैनेंद्र ने अपने घर पर ही जिम खोलकर मेहनत करने लगा।