लखनऊ। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी निधन हो गया. 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. हादसे में सिर्फ वरुण सिंह ही अकेले बचे थे. बुधवार को वे जिंदगी की जंग को हार गए. भारतीय एयरफोर्स ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। आईएएफ ने ट्वीट कर कहा, भारतीय एयरफोर्स को यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि ग्रुप कैप्टन का इलाज के दौरान आज निधन हो गया. वे 8 दिसंबर 2021 को हुए हादसे में अकेले जिंदा बचे थे. एयरफोर्स अफसर उनके निधन पर संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे. उनका इलाज बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में चल रहा था. वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं. अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था। कैप्टन वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था. उनकी उम्र 42 साल थी. उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे. वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुम्बई में नेवी में हैं. उनकी पत्नी गीतांजली एक बेटा रिद रमन और बेटी आराध्या हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में हादसे की जानकारी देते हुए बताया था कि 8 दिसंबर को दोपहर में भारतीय वायुसेना का हेलिकॉप्टर जिसमें सीडीएस बिपिन रावत मौजूद थे, वह क्रैश हो गया. जनरल बिपिन रावत को वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाना था. एयरफोर्स के एमआई 17 हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से 11.48 पर उड़ान भरी. इसे वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंड करना था. लेकिन 12.08 पर यह क्रैश हो गया।