दिनांक : 23 – 01 – 2022
भारतीय जन महासभा (देश व समाज को समर्पित अखिल भारतीय संगठन) के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती रविवार को हिन्दू पीठ के प्रांगण में बड़े ही धूमधाम के साथ मनायी गयी ।
जयंती समारोह में उपस्थित अनेक लोगों ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि आजाद हिंद फौज की स्थापना जापान में रासबिहारी बोस ने सन 1942 में की थी ।
4 जुलाई 1943 को रासबिहारी बोस ने आजाद हिंद फौज की कमान सुभाष बाबू के हाथों में सौंप दी थी ।
कहा कि 21 अक्टूबर 1943 को नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद सरकार बनाई थी ।
बताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने जापान की सहायता की थी इसलिए 7 नवंबर 1943 को जापान ने अंडमान निकोबार द्वीप आजाद हिंद सरकार को सौंप दिया था ।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 30 दिसंबर 1943 को पहली बार भारतीय तिरंगा झंडा पोर्ट ब्लेयर के जिमखाना ग्राउंड में फहराया था ।
इस प्रकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने पहली बार भारत की धरती पर अंडमान में भारतीय तिरंगा झंडा फहराया था ।
कहा कि स्वार्थी लोगों ने नेताजी को गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिया ।
कहा कि इस सच्चाई को पाठ्य पुस्तकों में सम्मिलित कर भावी पीढ़ी को सही इतिहास की जानकारी दिए जाने की आज महती आवश्यकता है ।
हिंदू पीठ के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय जन महासभा इस कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी विभिन्न महापुरुषों व क्रांतिकारियों का जन्मदिन मना रही है और देशवासियों में देश प्रेम की भावना को जगा रही है , यह बहुत बड़ी बात है । हम सभी को अधिक से अधिक इस प्रकार के कार्यों को करते रहना चाहिए ।
समाजसेवी श्री अरुण कुमार बाकरेवाल ने कहा की नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पढ़ना हम सभी के लिए आवश्यक है ।
भारत के पहले प्रधानमंत्री को ही हमने भुला दिया । यह कैसी विडंबना है , इस पर विचार होना चाहिए ।
इस शुभ अवसर पर संरक्षक श्री राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के पहले प्रधानमंत्री हुए थे ।
दुःखद है कि कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के वशीभूत होकर नेता जी को एकदम से भुला दिया ।
कहा कि आज आवश्यकता है कि इस सच्चाई से भावी पीढ़ी को पाठ्यक्रम की पुस्तकों में बदलाव करके अवगत कराया जाए ।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रकाश मेहता ने किया ।
जयंती मनाने वालों में मुख्य रूप से श्री पोद्दार के अलावे संरक्षक श्री राजेंद्र कुमार अग्रवाल , समाजसेवी श्री अरुण कुमार बाकरेवाल , बसंत कुमार सिंह , प्रकाश मेहता , श्रीमती अर्चना बरनवाल , श्रीमती भुनेश्वरी मिश्रा , अरविंद बरनवाल , अनिल सिंह श्रीमती पिंकी देवी बालकृष्ण हिंदू पीठ के अध्यक्ष श्री अरुण सिंह , अविनाश सिंह , पीके यादव , शत्रुघन कुमार , पप्पू सिंह , मोहित राज , श्रीमती चंदा तिवारी , शौर्य तिवारी , प्रकाश दुबे , विजय अग्रवाल आदि की उपस्थिति रही ।
इसके अलावे श्री विश्वकर्मा मंदिर पहाड़गंज नई दिल्ली में भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई जिसमें संरक्षक श्री गंगा दीन शर्मा के अलावे अनेक लोग उपस्थित थे ।
और भी भारतीय जन महासभा के लोगों ने देश-विदेश के अनेक भागों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जिसमें *सिंगापुर* से श्रीमती बिदेह नंदनी चौधरी
रांची से विजय केडिया
बक्सर बिहार से अजय कुमार सिंह
गमहरिया जिला सरायकेला-खरसावां से श्रीमती मीना चौधरी
दरभंगा बिहार से अनुराग कुमार एवं अन्य
आदित्यपुर जिला सरायकेला-खरसावां से प्रकाश मेहता एवं अन्य
अजमेर राजस्थान से श्रीमती मधु खंडेलवाल ‘मधुर’
नागपुर महाराष्ट्र से श्रीमती अनुसूया अग्रवाल
करौली राजस्थान से श्री अशोक गोयनका
कलियावर असम से श्रीमती कल्पना देवी आत्रेय
जयपुर राजस्थान से ओम प्रकाश अग्रवाल
जोरहाट असम से श्रीमती जयश्री शर्मा ज्योति
*युगांडा* से श्री ए के जिंदल
नोनीहाट दुमका से श्रीमती रेखा देवी
जुगसलाई जमशेदपुर से प्रमोद खीरवाल
जींद हरियाणा से पवन सिंगला
नई दिल्ली से दीप शेखर सिंहल
कदमा जमशेदपुर से संतोष मिश्रा
महासमुंद छत्तीसगढ़ से ओमप्रकाश चंद्राकार
भागलपुर बिहार से श्रीमती लक्ष्मी सिंह
रांची से सुजीत कुमार
*सिंगापुर* से डॉ प्रतिभा गर्ग
मेरठ उत्तर प्रदेश से श्रीमती लक्ष्मी गुसाईं
जींद हरियाणा से पवन सिंगला एवं अनेक अन्य
जुगसलाई जमशेदपुर से श्रीमती संजू मिश्रा
वाराणसी से डॉ रंजना श्रीवास्तव
परसुडीह जमशेदपुर से श्रीमती नीता सागर चौधरी एवं अन्य आदि के नाम मुख्य रूप से सम्मिलित हैं ।
श्री पोद्दार ने बताया कि इस प्रकार देश-विदेश के कुल 29 स्थानों पर भारतीय जन महासभा के 90 लोगों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी , जो एक बड़ी उपलब्धि रही ।
यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है।