गाजियाबाद । “गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए)” आजकल अपने प्रस्तावित “रोपवे प्रोजेक्ट” के लिए चर्चाओं में बना हुआ है। जीडीए के द्वारा शहर के चार मार्गों पर रोपवे प्रोजेक्ट को शुरू करने की योजना है। जिसके प्रथम चरण में जीडीए के द्वारा रोपवे प्रोजेक्ट को वैशाली मेट्रो स्टेशन से मोहननगर मेट्रो स्टेशन तक लगभग 500 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से निर्माण करने की कार्य योजना है। लेकिन जब से जीडीए के द्वारा रोपवे प्रोजेक्ट की घोषणा की गयी है, तब से ही ट्रांस हिंडन क्षेत्र की पॉश कॉलोनी वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम आदि के लोग अपने आपको को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। जीडीए के द्वारा प्रस्तावित मार्गों पर रोपवे प्रोजेक्ट लगाने के अपने निर्णय पर क्षेत्रवासी आश्चर्यचकित हैं, उनको भविष्य में इस क्षेत्र में मेट्रो लाइन विस्तार का अपना सपना टूटता नजर आ रहा है, जिसके चलते क्षेत्र के निवासियों ने रोपवे प्रोजेक्ट का विरोध करना शुरू कर रखा है।
रोपवे प्रोजेक्ट पर मेरा मानना है कि जीडीए को जनहित में अपने निर्णय पर तत्काल ही पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि क्षेत्र की जनता व समय की मांग इन रास्तों पर मेट्रो लाइन के विस्तार करने की है, ना कि रोपवे प्रोजेक्ट को चलाने की, इसलिए जीडीए के द्वारा रोपवे के प्रोजेक्ट पर पैसा लगाना आज व भविष्य में एक बहुत बड़ी ग़लती साबित होगी। भारी जन विरोध के बावजूद भी अगर जीडीए अपने प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ने का कार्य करता है, तो यह स्थिति टैक्स देने वाली जनता के पैसे का दुरुपयोग का एक बड़ा उदाहरण होगी। इसलिए जीडीए के वरिष्ठ अधिकारियों व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मेरा अनुरोध है कि वह इस क्षेत्र में जीडीए के प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट को तत्काल निरस्त करके जनहित में क्षेत्र की जनता को मेट्रो लाइन विस्तार का तोहफा प्रदान करें।