बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय संगठन भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने वाराणसी की जिला अदालत परिसर में एडवोकेट मदन मोहन यादव जी से मुलाकात कर ज्ञानवापी मंदिर मामले पर अद्यतन जानकारी प्राप्त की।
श्री पोद्दार के साथ वार्ता में एडवोकेट मदन मोहन यादव जी ने बताया कि सिविल जज सीनियर डिविजन (CJ.SD. FTC) द्रुतगामी न्यायालय, वाराणसी में यह मुकदमा है और इसके न्यायाधीश – महेंद्र प्रताप पाण्डेय जी हैं।
आदि विशेश्वर बनाम मैनेजमेंट अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी, वाराणसी के मुकदमे में विपक्षी अंजुमन इंतजामिया कमेटी जुलाई माह में ही उपस्थित था, लेकिन अभी तक इस मुकदमे में न्यायालय के समक्ष प्रतिवाद (WS) दाखिल नहीं किया है। यह सदैव से ही मस्जिद पक्ष के द्वारा मुकदमे को लटकाओ- भटकाओ- अटकाओ की नीति रही है। इसलिए 29 नवंबर को सुनवाई के बाद न्यायालय ने दिनांक – 02-12-2022 तक विपक्षी को प्रतिवाद दाखिल करने हेतु अन्तिम तिथि नियत की है।
एडवोकेट मदन मोहन यादव जी ने कहा कि 2 दिसंबर 2022 तक अगर प्रतिवाद दाखिल नहीं किया जाता है तो एकपक्षीय आदेश भी पारित हो सकता है और इस प्रकार हिंदू समाज को आदि विश्वेशर महादेव की पूजा-अर्चना करने की इजाजत मिलने की संभावना बन रही है।