ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय महामारी स्वच्छता कार्यक्रम जो आगामी दिनों में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों एवं आंगनबाड़ियों के माध्यम से चलाया जाना है। जिसको लेकर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने किया। जिसमें आए हुए लोगों को महावारी स्वच्छता कार्यक्रम को लेकर चर्चा किया गया। साथ ही उन्हें यह बताया गया कि महिलाओं और किशोरियों को इसके प्रति किस तरह से जागरूक करना है। क्योंकि आज भी ग्रामीण इलाकों में महामारी को लेकर कई तरह के भ्रांतियां फैली हुई हैं।एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि न्यूट्रिशन इंटरनेशनल के द्वारा राष्ट्रीय महामारी स्वच्छता कार्यक्रम आरकेएसके कार्यक्रम के तहत चलाया जाना है। जिसको लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें ब्लॉकों के सभी बीपीएम, खंड शिक्षा अधिकारी ,सीडीपीओ और इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। माहवारी स्वच्छता पर खुल कर बात करने और लोगों को इसके संबंध में जागरूक करने के लिए माहवारी स्वच्छता से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। माहवारी स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए किशोरियों और महिलाओं को सेनेटरी पैड इस्तेमाल करने को लेकर जागरूक भी किया जाएगा ।
जिले के स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शिक्षा विभाग और आईसीडीएस के लोगों के माध्यम से जिले के सभी आशा और एएनएम के बीच माहमारी प्रबंधन से संबंधित जानकारी दी जाएगी। किशोरी और महिलाएं माहवारी स्वच्छता पर बात करने में बहुत संकोच करती हैं। किशोरियां को इस दौरान अपने स्कूल नहीं जा पाती हैं। अभी भी लोग इस प्राकृतिक प्रक्रियाओं के बारे में गलत अवधारणा रखते हैं। परिवार में भी इस बारे में कोई बातचीत नहीं की जाती है।इस कार्यक्रम में न्यूट्रिशन इंटरनेशनल के ज्ञानेश्वर श्रीवास्तव, सुनीता सिंह, शुभ्रा पांडे के साथ ही ब्लॉक से बीपीएम , खंड शिक्षा अधिकारी ,सीडीपीओ और इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।