नई दिल्ली : कश्मीरी समिति दिल्ली (रजिस्टर्ड) एवं भारतीय जन महासभा की एक संयुक्त बैठक बुधवार को कश्मीरी समिति दिल्ली के कार्यालय में हुई।
कश्मीरी समिति के उपाध्यक्ष संजय कौल ने कहा कि पी एम पैकेज के अंतर्गत नौकरी कर रहे कश्मीरी युवाओं की टारगेट किलिंग की जा रही है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने बांड लिखवाया है कि आपको ट्रांसफर नहीं किया जाएगा और वहां के हालात खराब हो जाने पर अगर आप भाग गए तो आपको नौकरी से निकाल दिया जायेगा। 1990 के जैसी स्थिति आज भी हैं। इन बच्चो को विभिन्न स्थानों के कैंपों में रखा गया। शुरू में जम्मू-कश्मीर पुलिस के संरक्षण में थे, फिर टारगेट किलिंग जारी रही और तब सीआरपीएफ की सिक्युरिटी में रखा गया।
भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि एक ऐसा स्थान विकसित किया जाना चाहिए जो पनुन कश्मीर के नाम से हो।
भाजम के उपाध्यक्ष ए. के. जिंदल ने कहा कि पनुन कश्मीर नामक स्थान 25 किलोमीटर लंबा एवं 20 किलोमीटर चौड़ा कुल मिलाकर 500 स्क्वायर किलोमीटर का हो सकता है।
कश्मीरी समिति के अध्यक्ष सुमीर चरुंगू ने कहा कि पनुन कश्मीर नामक स्थान बसाया ही जाना चाहिए।
मीटिंग में कश्मीरी समिति के अध्यक्ष सुमीर चरुंगू, उपाध्यक्ष संजय कौल, पूर्व अध्यक्ष डॉ एल. एन. धर, कोषाध्यक्ष भूषण लाल भट्ट, भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार एवं उपाध्यक्ष ए. के. जिंदल उपस्थित थे।