दि केरला स्टोरी नामक फ़िल्म पर भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चन्द्र पोद्दार ने बताया कि फिल्म देखकर आने वाले कुछ लोगों से वार्ता हुई। एक दर्शक के अनुसार इस फिल्म में एक डायलॉग है…. ‘-
“तुम्हारा पिता एक काफिर है और काफिर होने का गुनाह तब तक माफ नहीं होता जब तक तुम उन पर थूकती नहीं हो”
*और फिर वो बेटी जब अपने पिता के मुंह पर थूकती है* तो उस पीड़ा को बयान नहीं किया जा सकता।
एक और दर्शक के अनुसार अपनी संस्कृति के मूल ज्ञान से वंचित होने की स्थिति में बहुत ही आसानी से बरगलाया जा सकता है। ऐसे में इस तरीके की घटनाओं को रोकना असंभव हो जाएगा। आवश्यक है कि हम अपने कल्चर के बारे में अपनी बेटियों को अवश्य बताएं।
भारतीय समाज को इस प्रकार की बेहतरीन फ़िल्म देने के लिए पोद्दार ने फिल्म के सभी कलाकार, डायरेक्टर, निदेशक और पूरी टीम के प्रति हम बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया हैं।
सभी भारतीयों को यह फ़िल्म अवश्य देखनी चाहिए ।