संजय तिवारी✍️✍️
लखनऊ। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में कला संकाय की अधिष्ठाता और विद्या भारती की अध्यक्ष प्रो कीर्ति पांडेय को उत्तर प्रदेश में शिक्षा सेवा आयोग का प्रथम अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में नियुक्तियों के लिए योगी सरकार ने इस नए आयोग का गठन किया है। अब प्रदेश में शिक्षकों की सभी नियुक्तियां इसी आयोग को करनी हैं। आयोग का गठन काफी पहले कर लिया गया था लेकिन अध्यक्ष की तलाश चल रही थी। अब आयोग को एक सक्षम और विद्वान अध्यक्ष भी मिल गया है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग में अपनी सेवा देने वाली कीर्ति पांडेय की आरंभिक शिक्षा कुशीनगर जिले के पावा नगर महावीर इंटर कॉलेज फाजिल नगर से हुई। कुशीनगर महाविद्यालय से स्नातक के बाद उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और प्रख्यात समाशास्त्री प्रो एस पी नागेंद्र के निर्देशन में शोध किया। प्रो नागेंद्र लखनऊ विश्वद्यालय के कुलपति भी रहे।
प्रो कीर्ति पांडेय ने विश्वविद्यालय में शिक्षण के साथ साथ अनेक प्रशासनिक और शैक्षणिक दायित्वों का सफलता पूर्वक निर्वहन किया और अभी भी कर रही हैं। इसके अलावा विद्याभारती में अनेक दायित्व निभाते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है।
प्रो कीर्ति पांडेय के नए दायित्व से उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए बहुत उम्मीद जगी है। प्रो पांडेय अपने कठोर अनुशासन और शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं। उनकी इस नियुक्ति से निश्चय ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उन घोषणाओं को अमल में लाया जा सकेगा जैसी मुख्यमंत्री की परिकल्पना है।