रेवतीपुर। बाल विकास परियोजना कार्यालय पर आज सोमवार को सीडीपीओ अरूण कुमार दूबे ने आंगनबाडी कार्यकर्तियों संग ब्लाक स्तरीय बैठक आयोजित किया,जिसमें केंद्र न खोलने और अन्य विभागीय घोर लापरवाही पर 18 आंगनबाडी को नोटिस जारी करते हुए उन्हें स्पष्टीकरण देने का सख्त निर्देश दिया।साथ ही सीडीपीओ ने हिदायत दिया कि तीन दिन के अंदर जारी नोटिस का संतोषजनक जबाब न मिलने पर सम्बन्धित आंगनबाडी का वेतन रोकने के साथ ही उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्यवाई की जाएगी,उनके इस सख्त तेवरों से कर्मचारियों में हडकंम्प मच गया।
सीडीपीओ अरूण कुमार दूबे ने ब्लाक स्तरीय समीक्षा में निरीक्षण के दौरान पांच आंगनबाडी केंद्र के बंद पाए जाने और 13 आंगनबाडी के द्वारा कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण न करना,उनका वजन,लंम्बाई का प्रति माह सही अंकन पोर्टल पर न करने के साथ ही तीब्र कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती न कराए जाने को गंम्भीर मानते हुए यह कार्यवाई की है।
इस ब्लाक स्तरीय समीक्षा में बोलते हुए सीडीपीओ अरूण कुमार दूबे ने सख्त हिदायत दिया कि शासन और विभाग की ओर से चलाई जाने वाली विभिन्न तरह की योजनाओं में किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी,चेताया कि सभी आंगनबाडी अपने दायित्वों के निर्वहन को लेकर सजग रहे।सीडीपीओ ने इस समीक्षा बैठक के दौरान अभिलेखों का भी बारिकी से अवलोकन किया,उन्होंने निर्देश दिया कि पोषण ट्रैकर ऐप पर समय से हर तरह के जरूरी डाटा अपलोड किए जाएं,वजन,लंम्बाई,गतिविधियां,गृह भ्रमण,गर्भवती,टीकाकरण,सीवी गतिविधि,गोंद भराई,अन्न प्रासन्न आदि का समय से काम पूरा करने का निर्देश दिया।मालूम हो कि पूरे ब्लाक में 203 आंगनबाडी केंद्र है,जहाँ कुल 20,680 नौनिहाल पंजीकृत है,इसके अलावा 389 कुपोषित और 56 अतिकुपोषित बच्चे हैं।ब्लाक अंतर्गत 1625 गर्भवती और 900 धात्री महिलाएं हैं।सीडीपीओ अरूण कुमार दूबे ने बताया कि आंगनबाडी न खोलने 5 के लिए और अन्य विभागीय योजनाओं में लापरवाही पाए जाने पर कुल 13 आंगनबाडी समेत कुल 18 को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है,बताया कि इस तरह की विभागीय लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।