Charlie hebdo ने 3 नवंबर 2011 को अपने कवर पेज पर Charia habdo नाम के कार्टून को बनाया।
यह कार्टून पैगंबर मोहम्मद के बारे में बनाया गया था।
7 January 2015 को चार्ली ह हेब्दो के ऑफिस में आतंकवादियों का हमला हुआ।
जिसमें सब मशीन गन, राइफल, ग्रेनेड, रॉकेट लॉन्चर, पिस्तौल और गन शॉट इस्तेमाल हुआ था।
जिसमें 12 लोग की डेथ हो गई और 11 लोग इंजर्ड हुए थे।
सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि 2015 में क्या हुआ था और उसकी याद अलकायदा चार्ली हेब्डो को क्यों दिला रहा है इसको जानने के लिए सबसे पहले चार्ली हेब्डो का इतिहास जानना पड़ेगा।
चार्ली हेब्डो फ्रांस की वीकली न्यूज मैगजीन है विशेष तौर से कार्टून रिपोर्ट्स, पॉलिमिक्स रिपोर्ट और जोक्स रिपोर्ट होते हैं। 1970 में इसका निर्माण किया गया था इसका हेडक्वार्टर पेरिस, फ्रांस में है। मैगजीन में दो टेरेरिस्ट अटैक हो चुके हैं। एक 2011 में और दूसरा 2015 में दोनों बार मोहम्मद के ऊपर कार्टून पब्लिश करने के लिए अटैक हुआ था। जिसमें 12 लोग मारे गए थे उसमें पब्लिशिंग डायरेक्टर charb और कुछ प्रॉमिनेंट कार्टूनिस्ट थे।
2006 publication
9 फरवरी 2006 हो मोहम्मद ओवरव्हेल्मेद बाय फंडामेंटलिस्ट्स नाम के टाइटल से फ्रंट कवर पर कार्टून छापा। It’s hard being loved by jerk नाम से न्यूज़पेपर ने 12 कार्टून छाप दिया जिसकी वजह से 100000 कॉपी बिक गई और यह कमर्शियली सबसे ज्यादा बिकने वाला एडिशन था। 160000 का copies बेचने के बाद 150000 बाद में प्रिंट होने के लिए गई जो इस कार्टून के सक्सेस होने का कहानी बताता है।
कहानी अब शुरू होती है। कुछ विशेष ऑर्गनाइजेशन ने इस कार्टून को धर्म से जुड़ी हुई बताई और ऐसे कार्टूनों को बनाने से बचने का सिला दिया। कार्टून के एडिशन को धर्म के खिलाफ बताया और बाद में ग्रुप के 12 लोगों को इस्लाम के अगेंस्ट में होने के लिए वार्निंग दिया गया।
अब 2011 को चार्ली हेब्डो ने एक edition मे सरिया हेब्दो को शामिल किया गया था, जिसमें मोहम्मद का एक कार्टून दिखाया गया था। उसका चित्रण कुछ फारसी अपवादों के साथ इस्लाम की अधिकांश व्याख्याओं मेे निषिद्ध है। जिसके खिलाफ बम फेंके गए आग लगाई गई और वेबसाइट को हैक कर लिया गया।
इसके बाद चार्ली हेब्डो बहुत सारे इस्लाम और मोहम्मद पैगंबर के पैगंबर मोहम्मद के कार्टूंस मनाता चला गया जब तक की 2015 में उसके ऊपर अटैक ना हो गया।
Cartoons in 2020
अभी कुछ ही समय पहले चार्ली हेब्डो ने एक बार फिर अपने मैगजीन एडिशन में मोहम्मद पैगंबर के ऊपर कार्टून बनाया है। जो काफी बोल्ड और एक विशेष धर्म के खिलाफ है। या कार्टून फ्रांस में बुर्का प्रतिबंधित होने पर किया है।
अब इसी कार्टून को लेकर अलकायदा ने बकायदा 2015 की तरह उनके ऑफिस पर हमला करने की धमकी दे रहा है। मोहम्मद पैगंबर पर बनने वाले कार्टूंस सही है कि नहीं है इसका फैसला कैसे कोई एक संगठन लेगा और तय करेगा की मोहम्मद पैगंबर के अपमान करने वाले का जान ले लूंगा।
क्या किसी एक के कहने या किसी एक मैगजीन के ऊपर बनने वाले कार्टून से किसी धर्म का इतना क्षति पहुंच सकता है कि उस धर्म को मानने वाले किसी दूसरे की जान ले लेगा। यदि वह मोहम्मद पैगंबर का अनुयाई है और उन पर बने कार्टून की वजह से इतना हतोत्साहित हो जाता है कि कार्टून बनाने वाले की जान लेने की धमकी दे रहा है। तो मेरी समझ में वह कार्टूंस बहुत ही सही बनाए गए हैं जिसमें दिखाया जा रहा है कि कैसे एक धर्म बहुत ही कमजोर है।