रक्त की आवाज:
रंग लाल है मेरा मैं माटी का लाल
रणभूमि में माटी से मिलूं
अमृत्व दूं उछाल
मैं माटी का लाल।।
जब वीरों की छाती से बहू
अनेकानेक वीर जनु
कायरों की आंखों में मैं
भय का पराभाव बनू
मैं माटी का लाल।।
योद्धा के अस्त्र से मिलूं
अस्त्र बने बेमिसाल
वीरों की भुजाओं में धड़कू
करूं घाटी को लाल
मैं माटी का लाल।।
हल्दीघाटी का मान हूं मैं
महाराणा, छत्रपति,पेशवाओं के
बलिदान का प्रमाण हूं मैं
माटी का लाल हूं मैं।।
सेवा में
अर्पित मिश्रा
जिला मीडिया प्रभारी
भारतीय जनता युवा मोर्चा
नोएडा महानगर