“हर व्यक्ति को आगे आना होगा, रोकना-टोकना जरूरी” – डॉ. ऋतिक शर्मा
भदसीं (घुमारवीं): हिमाचल प्रदेश में नशे की बढ़ती समस्या समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। इसी खतरे को रोकने और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गतवाड पंचायत के उपप्रधान अजय शर्मा के नेतृत्व में भदसीं गांव में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय चिकित्सक संघ, हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ऋतिक शर्मा मुख्य वक्ता रहे, जबकि पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता राजिंदर गर्ग ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
नशे के खिलाफ रोकथाम जरूरी – डॉ. ऋतिक शर्मा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. ऋतिक शर्मा ने कहा,
“नशे को खत्म करने के लिए सिर्फ सरकार या पुलिस पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। समाज के हर व्यक्ति को सतर्क रहना होगा। ‘रोकना-टोकना’ जरूरी है—हमें यह देखना होगा कि हमारे क्षेत्र में कौन आ रहा है, कौन किससे मिल रहा है। अगर कोई व्यक्ति या वाहन संदिग्ध लगे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। समाज में जागरूकता और सतर्कता ही इस बुराई को खत्म कर सकती है।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तभी संभव होगी जब हर नागरिक इस लड़ाई में शामिल होगा। उन्होंने कहा,
“जब तक समाज खुद इस लड़ाई को नहीं लड़ेगा, तब तक ‘चिट्टा’ जैसी घातक लत पर काबू नहीं पाया जा सकता। हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी।”
पूर्व मंत्री राजिंदर गर्ग ने भी किया नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता राजिंदर गर्ग ने भी नशे के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा,
“नशा हमारे समाज को खोखला कर रहा है। युवा इसकी चपेट में आकर अपने भविष्य को नष्ट कर रहे हैं। हमें इसे हर हाल में रोकना होगा। सरकार, प्रशासन, पुलिस और आम जनता को मिलकर इस जहर को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि समाज को जागरूक बनाना ही इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि अगर कहीं भी नशे का कारोबार हो रहा है या कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत प्रशासन और पुलिस को सूचित करें।
समाज के लिए पहले से चला रहे हैं मुफ्त दवा और परामर्श योजना – डॉ. ऋतिक शर्मा
हालांकि इस विशेष शिविर में मुफ्त दवाइयों और परामर्श का वितरण नहीं किया गया, लेकिन डॉ. ऋतिक शर्मा ने पहले ही समाज के लिए मुफ्त होम्योपैथिक चिकित्सा और परामर्श की घोषणा कर रखी है, जिससे नशा पीड़ितों को बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंने कहा,
“अगर किसी का बेटा, भाई या दोस्त नशे की चपेट में आ चुका है, तो उसे अकेला न छोड़ें। उसके इलाज और पुनर्वास के लिए पूरा प्रयास करें। मैं पहले से ही समाज के लिए मुफ्त चिकित्सा और परामर्श उपलब्ध करवा रहा हूं, ताकि लोग इस बुरी लत से छुटकारा पा सकें।”
गतवाड पंचायत के उपप्रधान अजय शर्मा का सराहनीय प्रयास
इस जागरूकता शिविर का आयोजन गतवाड पंचायत के उपप्रधान अजय शर्मा के प्रयासों से संभव हुआ। उन्होंने नशे के खिलाफ इस मुहिम को मजबूत बनाने के लिए ग्रामीणों और युवाओं को जोड़ने की पहल की। उन्होंने कहा,
“नशे का बढ़ता प्रभाव हमारे समाज को खोखला कर रहा है। हमें इसे रोकने के लिए मिलकर काम करना होगा। जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है, और इसी उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किया गया है।”
स्थानीय पंचायत और समाज का समर्थन
इस कार्यक्रम में वार्ड सदस्य अनीता देवी, देवराज, डॉ. जगदीश चंद (निदेशक, एचपी को-ऑपरेटिव बैंक), सुरेश, नंदलाल, प्रकाश, कमल देव, परमानंद, राम अवतार, बबली देवी, विष्णु, शंकर, अनिल, विजय, अशोक सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
यह अभियान युवाओं को नशे से बचाने और समाज को एक स्वस्थ दिशा में ले जाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।