२६ जनवरी को किसान करेगें ट्रैक्टर से परेड़
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर किसान आन्दोलन के समर्थन में आगे आये किसान
बेतिया।/पश्चिम चम्पारण( रविश कुमार की रिपोर्ट)। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के अवसर पर बेतिया के शहीद स्मारक पर किसानों का महापड़ाव एवं सभा की गई । जिसमें केंद्र सरकार द्वारा किसानों के साथ वार्ता के नाम पर किए जा रहे छल की तीखी आलोचना की गई । साथ ही यह निर्णय लिया गया कि जब तक किसान विरोधी तीनों काले कानूनों की वापसी नहीं हो जाती है , तब तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर बेतिया में भी ट्रैक्टर परेड निकाला जाएगा।
बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि गांव-गांव में किसानों को जगाने की जरूरत है । किसानों को गोल बंद करके एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है । इतिहास इस बात का गवाह है कि जब देश की गोरी हुकूमत को देश से हटाने की बात आई तो महात्मा गांधी चंपारण में आकर यहां के किसान आंदोलन का नेतृत्व किया । किसानों की समस्याओं का निदान किया और यह किसान आंदोलन पूरे हिंदुस्तान में किसानों और आम जनता को गोलबंद करने में महात्मा गांधी को दिशा दिया । हम कहना चाहते हैं कि चंपारण 1974 के छात्र आंदोलन का भी अगुआई किया ।
जब भी देश परिवर्त्तन चाहा है , नेतृत्व चम्पारण किया है । एक बार फिर हमें उस जिम्मेवारी का निर्वहन करना है । जो देश की निरंकुश मोदी सरकार , जो किसान विरोधी भी है , की समाप्ति तक का आंदोलन छेड़ना है।इन्होनें कहा कि हम समझते हैं कि यह जिम्मेदारी पश्चिम चंपारण के किसान अपने कंधे पर लेकर परिवर्त्तन तक आगे चलते रहेंगे।
आज के महापड़ाव के सभा की अध्यक्षता भाई पंकज तथा संचालन प्रभुराज नारायण राव ने की । सभा को एटक के राज्य नेता ओमप्रकाश क्रांति , खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री प्रभुनाथ गुप्ता , किसान यूनियन के अध्यक्ष नेसार अहमद , विजय कश्यप , बी के नरुला , किसान सभा के जिला मंत्री राधामोहन यादव , लोक संघर्ष समिति के अमर राम , अध्यक्ष अशोक मिश्र , अवध बिहारी प्रसाद , सुनील यादव , मोहन राम , बबलू दुबे , शंकर राव , अजय यादव , शंकर दयाल गुप्ता , अंजारुल , सुशील श्रीवास्तव , म. सत्तार , सफ़ेसर आदि ने संबोधित किया । समापन भाषण डॉ. शमसुल हक ने किया। उक्त अवसर पर प्रभुराज नारायण राव की भूमिका अग्रणी रही।