लिखी जनपद औरैया व इटावा के इतिहास पर पुस्तक, मिला राहुल सांस्कृतायन पुरस्कार
संवाददाता विपिन गुप्ता कंचौसी।
उत्तर प्रदेश सरकार से अवकाश प्राप्त पुलिस उप महानिरीक्षक हरीश कुमार आईपीएस का स्वागत तुलसी गैस्ट हाउस मे फूल माला पहनाकर किया गया। जीवन केे शुरुआत में उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया तहसील बिधूना ब्लाक सहार के कस्बा कंचौसी के प्राथमिक विद्यालय ढिकियापुर बाजार से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर जनता इंटर कालेज अजीतमल औरैया से इंटर कर कानपुर लखनऊ स्नातक की डिग्री प्राप्त कर आईपीएस बनकर प्रदेश के कई जिलों के पुलिस अधीक्षक बनने के साथ-साथ गोरखपुर पुलिस प्रशिक्षण कालेज से डीआईजी पद से रिटायर होने से पहले अपने पैतृक गांव जानसनगर अजीतमल औरैया के साथ-साथ जनपद इटावा और औरैया के भौगोलिक, सामाजिक, धार्मिक, पौराणिक, सांस्कृतिक, आथिर्क, राजनैतिक, इतिहास के साथ-साथ स्वतन्त्रता संग्राम से जुडे़ स्थान एवं ख्याति प्राप्त लोगों का अपने द्वारा लिखित 587 पेज की पुस्तक जिला इटावा व औरैया कल आज और कल विस्तार से लेखन कर भारत सरकार से हिन्दी साहित्य का राहुल सांस्कृतिक सम्मान प्राप्त कर जनपद, प्रदेश व देश का नाम रोशन कर अपने नाम को आगे बढ़ाया। मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस अधिकारी ने अपने सम्बोधन में मनुष्य को कभी हार न मानने का संकल्प दिलाते हुए जीवन के आखिरी समय तक कुछ करते रहने का मंत्र दिया। वह अपने दोनों जिलो की मिट्टी को बहुत प्यार करते हैं। उसमे कंचौसी का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि अपनी कर्म स्थल व जन्म स्थल को कभी नहीं भूलना चाहिए। जिन माता-पिता ने हमारा पालन-पोषण किया। हमें इस लायक बनाया उनको हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। वह लगातार पुस्तकों का लेखन कर रहे हैं। जिसमें एक शीघ्र प्रकाशित होने वाली किताब इटावा व औरैया से जुड़े आजादी के नायकों का विस्तार से वर्णन होगा। उनकी लिखित किताबें बाजार में हर जगह उपलब्ध हैं। उनके इस काम से नगर के पुराने सखा राजेन्द्र सिंह यादव, अशर्फीलाल, डा. प्रभाकांत शुक्ला, अध्यापक ग्यान सिंह, पूर्व बीडीओ नरेंद्र सिंह यादव, डा रमेश चंद्र, भारतीय जनता पार्टी मंडल महामंत्री रविंद्र सिंह सेगर, प्रीतम पाल, किशोरी लाल, कमलेश दिवाकर आदि ने स्वागत करते हुए और आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर हरीश कुमार द्वारा कुछ लोगों को पुस्तक, प्रतीक चिन्ह व अंग वस्त्र भेंट कर सुझाव भी मांगे ।उनके साथ कंचौसी में ही जन्मे वर्तमान में रायबरेली जनपद के जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी मोहन त्रिपाठी ने भी संबोधन किया। आए हुए क्षेत्र के बुजुर्गों और गुरुओं से आशीर्वाद लेकर कहा कि अपनी जन्म भूमि और कर्म भूमि को कभी भी नहीं भुलाना चाहिए। और सदैव हर वर्ग की मदद कर जन कल्याण के कार्यों में अहम भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने अपने क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों को याद कर नमन किया।