चंद्रशेखर आजाद
गोरों के जुल्मों पर चट्टान अडिग वो रहता
भारत मां के लालों का अभिमान सदा वो रहता
वीर सावरकर की आशाओं का दैदीप्यमान दीप
सीताराम का कुल दीपक राष्ट्र प्रकाशित कर गया
जगरानी देवी का लाल मां भारती का बलिदानी
भंवरा का भंवरा काशी ज्ञानवापी में आजाद हुआ
स्वतंत्रता पर कुर्बान जवानी वह भारत की आन हुआ
काकोरी में गोरों पर कालिख लंदन तक डोल गया
चंद्रशेखर की हुंकार से सांडर्स भी परलोक गया
छल से हारा था ऐरावत शरीर से आजाद हुआ
माटी का लाल अमर कण कण में व्याप्त हुआ
सशस्त्र क्रांति का महानायक संगम में अधिनायक हुआ ।।
✍️ अर्पित मिश्र
सदस्य प्रदेश सोशल मीडिया
भारतीय जनता पार्टी
युवा मोर्चा
उत्तर प्रदेश