बीजद सांसद सुबाष चंद सिंह ने रास में उठाई मांग
नई दिल्ली
देश में जब सभी दल मोदी समर्थन और विरोध के इर्द- गिर्द राजनीति कर रहें हैं वहीं बीजू जनता दल मध्यम मार्ग अपना कर प्रदेश के विकास में तल्लीन है। यह दल संसद में भी जनहित का सवाल उठाकर लोगों का ध्यान आकर्षित करता है।
रविवार से किसान बिल को लेकर राज्य सभा में गतिरोध कायम है तब बुद्धवार को बीजद के सांसद आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियों के मानदेय बढ़ाने की मांग कर सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया। बीजद सांसद
सुबाष चंद सिंह शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोविड 19 जैसी महामारी में जब निश्चित दूरी बनाकर रहने, बार बार हाथ धोने और मास्क पहनने की सलाह दी जा रही थी तब आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियां अपनी जान की परवाह न करते हुए सेवा में जुटीं रहीं। उन्होंने कहा कि बिडंम्बना है कि जान जोखिम में डालकर काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को 4500/ ₹ और आशा कार्यकत्रिंयों 2500/ ₹ मानदेय मिल रहा है जो कि इनकी सेवाओं और महंगाई को देखते हुए काफी कम है। बीजद सांसद श्री सिंह ने कहा कि हमारी प्रदेश सरकार कुछ अतिरिक्त मानदेय दे रही लेकिन वह भी नाकाफी है। अत: केन्द्र सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रिंयों का मानदेय 15000/ ₹ और आशा कार्यकत्रिंयों का 10000/ ₹ करने के लिए पैकेज लाना चाहिए।
गौरतलब हो कि जब श्री सिंह सरकार से इनके मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे थे तब विपक्ष के सांसदों की संख्या नगण्य ही थी।