गाजीपुर । पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को लेकर आज गुरुवार को जनपद के राज्य कर्मचारियों व शिक्षकों ने मुख्यालय स्थित विकास भवन परिसर में सभा किया।
पुरानी पेंशन बहाली सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की निंदा करते हुए चेतावनी दिया कि यदि पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगे नहीं मानी जाती है तो सभी शिक्षण व सरकारी कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा।
मंच के जिला संयोजक अम्बिका प्रसाद दुबे ने कहा कि नेशनल पेंशन स्कीम नो पेंशन स्कीम बनकर रह गई है। यदि नई पेंशन नीति सबसे अच्छी है तो भारतीय सेना और माननीयो पर भी क्यों नहीं की जाती।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री जितेंद्र यादव ने कहा कि हम अपने जीवन की गाढ़ी कमाई शेयर बाजार में नहीं लगने देंगे। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने कहा कि कर्मचारी शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो हम इस सरकार को दोबारा सत्ता में नहीं आने देंगे। डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के जनपद सचिव इंजीनियर सुरेंद्र प्रताप ने कहा कि सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि हम कर्मचारी पीठासीन व मतदान अधिकारी के साथ मतदाता भी हैं। सभा में समस्त तहसील व ब्लाक के कर्मचारी और शिक्षक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर से पुरानी पेंशन बहाल करने, पूर्व में की गई सेवा को जोड़कर पेंशन का लाभ प्रदान करें, पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था सभी कर्मचारियों और शिक्षकों पर लागू करने, सातवें वेतन आयोग द्वारा जारी संस्तुति के आधार पर वेतन विसंगति दूर करने, शिक्षकों को राज्य कर्मियों की भांति एसीपी, कैसलेश चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, डिप्लोमा इंजीनियर को प्रारंभिक ग्रेड पे 4800 रुपए स्वीकृत करने,
लिपिक संवर्ग की शैक्षिक योग्यता स्नातक करते हुए प्रारंभिक ग्रेट पे 2800 रुपए करने, चतुर्थ श्रेणी के पदों को पुनर्जीवित करते हुए पदों पर नई भर्ती करने, ग्राम विकास और ग्राम पंचायत अधिकारियों की शैक्षिक योग्यता स्नातक करते हुए ग्रेड पे 2800 करने, सरकारी क्षेत्र में कार्यरत पीआरडी, होमगार्ड, रसोइयों, आशा बहू, मनरेगा कर्मी, संविदा कर्मियों, आंगनबाड़ी को न्यूनतम 15000 प्रतिमाह वेतन देने मांग की।
धरना सभा में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से संबद्ध सहयोगी समस्त संगठन तथा डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ, ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एजुकेशन यूपी आईटीआई कोषागार निबंध, आरटीओ कर्मचारी संघ, ग्राम प्रयोगशाला लघु सिंचाई बोरिंग टेक्निशियन सिंचाई संघ, पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन श्रेणी कर्मचारी संघ स्वास्थ्य विभाग सागर जिला पंचायत, जल निगम, नगर पालिका, राजस्व संयुक्त अमीन संघ, उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ, राजस्व निरीक्षक संघ, चकबंदी लेखपाल व चकबंदी संघ, राज्य आपूर्ति परिषद, डीआरडीए कर्मचारी संघ, राजकीय वाहन चालक संघ, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ, उप्र फेडरेशन आफ मिनी. सर्विसेज ऐशो, भूमि जल संरक्षण सहित सैंकड़ों कर्मचारी शिक्षक संगठनों के सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया।
मांग पूरी न होने पर 30 नवंबर को इको गार्डेन पार्क लखनऊ में आयोजित महारैली व उसके बाद महा हड़ताल कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया। धरना सभा को ओमप्रकाश यादव, भगवती तिवारी, बैजनाथ तिवारी, सूर्यभान राय, आनंद सिंह यादव, जितेंद्र यादव, पवन पाण्डेय, सुरेंद्र प्रताप, संतोष यादव, रविशंकर सिंह, अखिलेश यादव, संतोष कुमार सिंह, प्रमोद मिश्रा, शुभाष सिंह, जमुना यादव, भास्कर दुबे, अमित राय, राजीव ओझा, चितरंजन चौहान, चंदन वर्मा, धर्मराज सिंह, जमुना यादव, इसरार अहमद सिद्धकी, विजेंद्र यादव, नीलम सिंह, शारदा सिंह, महातिम यादव आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता मंच के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह और संचालन मंच के संयोजक अम्बिका प्रसाद दुबे ने किया। सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए 30 नवंबर को लखनऊ में आयोजित महारैली को सफल बनाने की अपील की। अंत में मुख्यमंत्री को सम्बोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया गया।