वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश को अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के साथ सबसे आधुनिक राज्य के रूप में मान्यता दी जाएगी।
(पीएम मोदी )
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गंगा एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास समारोह के दौरान एक जन सभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश को अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के साथ सबसे आधुनिक राज्य के रूप में मान्यता दी जाएगी।
करीब 6,000 किलोमीटर तक फैले इस प्रोजेक्ट पर 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में बनाया जा रहा आधुनिक बुनियादी ढांचा दर्शाता है कि संसाधनों का उचित उपयोग कैसे किया जा रहा है। उनके अनुसार, 30 लाख से अधिक गरीब व्यक्तियों को पक्के आवास प्राप्त हुए हैं और यह कार्यक्रम शेष सभी पात्र प्राप्तकर्ताओं को कवर करना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि पहली बार उनके स्तर पर दलितों, गरीबों और पिछड़ों के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा, “सरकार की प्राथमिकता समाज में जो भी पीछे छूट गया है और पिछड़ा हुआ है, उसे विकास का लाभ पहुंचाना है। यहीं भावना हमारी कृषि नीति और किसानों से संबंधित नीति में भी दिखाई देती है।
प्रधानमंत्री ने देश की विरासत के साथ-साथ इसकी प्रगति के लिए प्रयासों का विरोध करने की मानसिकता का भी पीछा किया। उन्होंने कहा कि ऐसे संगठन गरीबों और आम लोगों को अपने ऊपर निर्भर रखना चाहते हैं। देश भर में तेज गति से कनेक्शन प्रदान करने की प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा ने एक्सप्रेसवे के निर्माण को प्रेरित किया। यहां गंगा एक्सप्रेसवे की कुछ और विशेषताएं दी गई है।
694 किलोमीटर की 6 लेन वाली सड़क के निर्माण में 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के पास समाप्त होने वाला एक्सप्रेसवे मेरठ के बिजौली गांव से प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा।
सड़क मेरठ, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगी।
पूरा होने पर, यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, जो राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ता है।
शाहजहांपुर एक्सप्रेस-वे पर 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जाएगी ताकि वायुसेना के विमानों को आपात स्थिति में टेकऑफ और लैंडिंग की जा सके।
एक्सप्रेस-वे के समानांतर एक औद्योगिक कॉरिडोर चलाने की भी योजना है।
एक्सप्रेसवे से विनिर्माण, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि सहित उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला को लाभ होगा। इसका क्षेत्र के आर्थिक विकास पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।