गाजीपुर। गणतंत्र दिवस पर किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर परेड निकाल रहे सपाइयों को वैसे तो पुलिस ने जगह-जगह रोक लिया और तहसील मुख्यालय तक जाने नहीं दिया लेकिन उत्साही कार्यकर्ताओं को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। इस दौरान सपाइयों की पुलिस से नोंकझोक और धक्कामुक्की भी हुई। सपा के पूर्व काबीना मंत्री ओमप्रकाश कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टर लेकर अपने गांव के मिडिल स्कूल से तहसील परिसर के पास लगे बैरकेटिंग तक पहुंच गए। यहां पुलिस ने उनके साथ जोर दबर्दस्ती करते हुए वाहन से उतार दिया और कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया। इसी तरह भी ट्रैक्टर से साथ कूच कर गए लेकिन पुलिस ने आगे जाने से जबर्दस्ती रोक दिया।
किसान संगठनों और राजनीतिक दलों के ट्रैक्टर परेड के आह्वान के मद्देनजर पुलिस और प्रशासनिक अमला पहले से ही मुस्तैद था। पुलिस ने ट्रैक्टर मालिकों को नोटिर जारी कर परेड में शामिल नहीं होने की चेतावनी दे दी थी जबकि पंप संचालकों को भी हिदायत दी गई है कि 26 जनवरी के दिन किसी भी ट्रैक्टर में डीजल न डालें। हालांकि बाद में किरकिरी होने पर यह आदेश वापस ले लिया गया था बावजूद पेट्रोल पम्प मालिकों में दहशत भरा हुआ था लेकिन सपाई कहां मानने वाले थे। ट्रैक्टर की संख्या भले ही कम हो गई लेकिन उत्साह जरा सा भी नहीं डिगा। जितने ट्रैक्टर और कार्यकर्ता आए सबको लेकर तहसील की ओर कूच गए। लेकिन पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद थी। सपा नेताओं को आगे नहीं जाने दिया गया।
( विवेक सिंह विक्की की रिपोर्ट)
इस मौके पर किसान नेता भानु प्रताप सिंह, अनिल यादव, दुर्गा चौरसिया, विपुल सिंह, प्रतिनिधि मन्नू सिंह, विश्वजीत सिंह, रजनीकांत सिंह, जमशेद राइनी, डब्लू सिंह, राम प्रताप सिंह,प्रिंस मोनू उपाध्याय आदि सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।