उत्तर प्रदेश से वीडियो आई है…
सबसे बड़ी खबर…
अभी अभी हाथरस कि पीड़िता के लाश को गायब कर दिया गया…उसकी लाश है या नहीं यह भी संदेह के घेरे में है।
फिल्मों में भी इतनी गुंडई नहीं होती जितनी उत्तर प्रदेश पुलिस और सिस्टम से जुड़े लोग कर रहे है।
रेप हुआ,जीभ काटी गई,गरदन मरोड़ दिया गया।दो सप्ताह बीतने के बाद मेडिकल रिपोर्ट आई कि रेप नहीं हुआ,गरदन नहीं मरोड़ा गया ।सवालों से बचने के लिए प्रोटेस्ट कर रहे लोगो को नजर बन्द कर लिया और रातों रात अचानक लाश को जला दिया या नहीं जलाया कानों कानों खबर नहीं पहुंची…
कहानी में ट्विस्ट इतना है कि खुद कनफ्यूजन में हूं कि पुलिस और सिस्टम ने पीड़िता को लुटा या न्याय दिलवाने के लिए निष्पक्षता से जांच की..
सवाल उठता है कि मेडिकल रिपोर्ट आज क्यो आई..जब आई तो इतने बड़े क्राइम के बाद लाश गायब कैसे हुई..? भीम आर्मी चंद्रशेखर के अनुसार इसे दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाने की बात कही गई किंतु वहां भर्ती करवाने से इंकार क्यो किया गया..?
पहले पीड़िता को हैवानों ने लुटा,फिर डॉक्टर और अंत में सिस्टम से जुड़े लोगों ने सारे लोगो ने लुटा… आनन फानन में सब क्रिया क्रम कर दिया गया .
“. हे देवी बहुत शर्मिंदा है क्योंकि तुम्हारे कातिल सिस्टम से लेकर इज्ज़त लूटने वाले अभी जिंदा है।
“साभार Facebook Post Ranjeet Kumar
फेसबुक के पोस्ट द्वारा एक और………..
बात 25 दिन पहले की है।
किसी बात को लेकर दोनों परिवार में बहस होती हैं।
बस ये चीज उसको नागवारा होता है।
की छोटी जाति ने आवाज कैसे उठा दी।
जाहिर सी बात है उस गांव में 85% घर ठाकुरों के है और 15% दलित के बोल बाला होगा ही।
एक शाम वो उसका भाई और उसकी मां घास काट कर के वापस लौट रही होती है।
लड़की पीछे रह जाती है।
और ये कुत्ते उनको दबोच लेते है।
रेप करते है , दांतो से जीभ काट देते है, गर्दन ऐसा तोड़ते है की फेस पीछे की ओर घूम सा जाता है, रीढ़ की हड्डी तोर दी जाती है, मतलब मारने कि हर संभव कोशिश की जाती है।
फिर देर रात लड़की मिलती है बेहोश , बात पुलिस तक पहुंचती है पुलिस कैस फाइल नहीं करती है, लड़की को वहा के लोकल हॉस्पिटल में मरने के लिए छोर दिया जाता है, 14 दिन बाद भीम आर्मी के चंद्रशेखर को ये बात कही से पता चलती है, वो वहा पहुंचता है, प्रेशर देने पे कैस फाइल किया जाता है, और लड़की को बड़े हॉस्पिटल के लिए रेफर किया जाता है जो कि 14 दिन से लोकल हॉस्पिटल में पैसे और ताकत के अभाव में तरापती रहती है।
दिल्ली aiims में एडमिट नहीं लिया जाता है उसको, फिर दिल्ली सरकार द्वारा संचालित सफदरगंज हॉस्पिटल में एडमिट होती है।
और ये न्यूज़ सिर्फ ndtv पे दिखाया जाता है।
लेकिन अंत में 20 दिनों के बाद दम तोर देती है।
कल मरने के बाद भीम आर्मी जब वाह धरने पे बैठ जाता है तो उसको गिरफ्तार कर लिया जाता है और पंजाब भेज दिया जाता है।
कुछ देर बाद लाश वहा से गायब हो जाती है।
फिर परिजन वहीं धरने पे बैठ जाते है।
एक नया पोस्ट मार्टम रिपोर्ट तैयार किया जाता है जिसमें रेप तो छोड़िए एक चोट तक का जिक्र नहीं रहता है।
परिजन को पुलिस वहा से उठा लेती है और देर रात गांव लाती है।
फिर लगभग 3 बजे रात में एक एम्बुलेंस आता है गांव और फोर्स पूरे गांव को घेर लेती है।
एक पोटली उतारा जाता है उसमे से और परिजन को बताया जाता है लाश है।
परिजन देखने की इच्छा जताते है।
लेकिन उनको बंद कर के जबरदस्ती घेर के पुलिस पेट्रोल डाल के घर से 600 m दूर आग लगा देती है।
मीडिया को भी रोक दिया जाता है।
किसी तरह एक दो रिपोर्टर वहा पहुंचते है और पुलिस से सवाल करते है कि ये क्या है तो वो जवाब नहीं देते है। और बात को घुमाते है।
कॉपी वाणी….
Anshuman Bajaj