उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा न सिर्फ डैमेज कंट्रोल में जुटी है बल्कि सांकेतिक राजनीति के जरिये न सिर्फ संगठन बल्कि जनता के बीच में संदेश देना चाहती है कि सब कुछ ठीक है. ऐसा इसलिए क्योंकि साढ़े चार साल में पहली बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के घर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। साढ़े चार साल में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री श्री मौर्या के आवास पर पहुंचे।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग और डिप्टी सीएम केशव मौर्या के सरकारी आवास 7 कालिदास मार्ग के बीच की दूरी महज 100 मीटर की है। लेकिन सत्ता के साढ़े चार सालों में दोनों के बीच की दूरी बढ़ गई थी, जो गाहे बगाहे दिखाई भी पड़ती रही। इसकी शुरुआत 2017 में यूपी में बीजेपी सरकार बनने के साथ ही शुरू हुई. 2017 का विधानसभा चुनाव केशव प्रसाद मौर्या के अध्यक्ष रहते हुआ, जिसमें पार्टी गठबंधन ने 324 सीट हासिल की. केशव के समर्थक मान रहे थे की केशव ही मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने योगी आदित्यनाथ के नाम पर मुहर लगा दी ।