प्रबन्ध निदेशक की अध्यक्षता में एडवान्स मीटरिंग एन्फ्रास्ट्रक्चर के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन।
दीपक कुमार त्यागी / हस्तक्षेप
स्वतंत्र पत्रकार
बैठक में एडवान्स मीटरिंग एन्फ्रास्ट्रक्चर विषय पर प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया।
सेवा प्रदाता संस्थान को गुणवत्तापूर्वक स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश।
विभिन्न श्रेणी के उपभोक्ताओं को मिलेगी मासिक खपत विश्लेषण की सटीक जानकारी।
उपभोक्ता अपने मासिक खपत का विश्लेषण कर, बिजली बिल को कम करने के लिए अनुकूलित निर्णय ले सकेंगे।
मेरठ। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबन्ध निदेशक, ईशा दुहन (आईएएस) की अध्यक्षता में 29 अप्रैल को डिस्काॅम मुख्यालय मेरठ स्थित मीटिंग हाॅल में एडवान्स मीटरिंग एन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाईडर (ए0एम0आई0एस0पी0) के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मै0 इन्टेली स्मार्ट लि0 द्वारा पी0पी0टी0 प्रजेन्टेशन दिया गया। बैठक में एन0के0 मिश्र निदेशक (तकनीकी), संजय जैन निदेशक (वाणिज्य), ए0के0 वर्मा मुख्य अभियन्ता (वाणिज्य), एस0एम0 गर्ग मुख्य अभियन्ता (सा0प्र0), मै0 इन्टेली स्मार्ट लि0 के प्रतिनिधि एवं स्मार्ट मीटर मेनुफैक्चर्स/कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक में प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिये कि एडवांस मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के सभी कार्य मिशन मोड में आरम्भ किये जायें। उन्होंने कहा एडवान्स मीटरिंग एन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना के लिए उत्तम मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सेवा प्रदाता द्वारा गुणवत्तापूर्वक मीटर लगाने का कार्य दिसम्बर 2025 तक पूर्ण कर लिया जाये। प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिये कि अधिकारी एडवान्स मीटरिंग एन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना से सम्बन्धित नियमानुसार एस0ओ0पी0 नियोजित रूप से बनाकर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य किये जायें।
एडवान्स मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना आर0डी0एस0एस0 के अन्तर्गत किया जाना है जिसमें प्रथम चरण में मेरठ और मुरादाबाद जनपदों में लगभग 23.82 लाख मीटर लगाये जायेंगे जिस पर लगभग रु0 2800 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। एडवांस मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर ऊर्जा माॅनिटरिंग एवं उपभोक्ताओं की मासिक खपत विश्लेषण इत्यादि की सुविधा की सटीक जानकारी प्रदान करता है। घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक आदि श्रेणी उपभोक्ता अपने उपयोग के आंकड़ों का विश्लेषण कर, बिजली बिल को कम करने के लिए अनुकूलित निर्णय ले सकेंगे। यह मीटर आसान मीटर रीडिंग के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे।
बैठक में प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिये कि जिन कार्यदायी संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट किया गया है उनमें कार्य करने वाले कर्मियों को स्मार्ट मीटरिंग कार्य में न लिया जाये। उन्होंने कहा गुणवत्तापूर्ण एवं उत्तमनिष्ठा वाले मैनपावर को ही नियुक्त कर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य किया जाये।