11 अगस्त 1947 को बलूचिस्तान आजाद हुआ था।
‘हिन्द बलोच फोरम जमशेदपुर’ के द्वारा बलूचिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।
संस्था के महासचिव धर्म चंद्र पोद्दार ने बलूचिस्तान वासियों को उनके स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की है।
इस शुभ अवसर पर श्री पोद्दार ने कहा है कि 27 मार्च 1948 को पाकिस्तान ने सैन्य बल का प्रयोग कर बलूचिस्तान को गुलाम बना लिया था। फिर भी बलूचिस्तान वासी 11 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। वे तब से आज तक अपने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहे हैं।
हिंदुओं के 51 शक्तिपीठों में से एक मां हिंगलाज भवानी जिसको बलोच वासी नानी मां कहते हैं, की पूजा-अर्चना बलोचवासी करते आए हैं और आज भी कर रहे हैं।
कहा कि पाकिस्तान जो 6 टुकड़ों में होने की स्थिति में आ गया है, उसमें बलूचिस्तान एक बहुत बड़ा भूभाग है। यह पाकिस्तान का 43 प्रतिशत भू-भाग है।
कहा कि भारत के लोग बलूचिस्तान वासियों के साथ हैं। बलूचिस्तान अपनी स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहा है।
संस्था के अध्यक्ष डॉ हरि बल्लभ सिंह आरसी ने बलूचिस्तान वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी है और कहा है कि वे आशा करते हैं कि यह मुल्क अति शीघ्र आजाद होकर रहेगा।
यह जानकारी हिन्द बलोच फोरम जमशेदपुर की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।