गाजीपुर: खानपुर थानाक्षेत्र के खरौना निवासी सिपाही आसुतोष यादव की प्रतापगढ़ में हुए मौत की जांच की मांग करना लोगों को भारी पड़ गया। शनिवार को वाराणसी गाजीपुर राष्ट्रीय राज्यमार्ग जाम करने पर सिधौना पुलिस ने दस नामजद और पैंतीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
कैसे हुई थी आशुतोष की मौत
आशुतोष यादव पुत्र अखिलेश यादव वर्ष 2018 बैच के सिपाही थे। उनकी पहली तैनाती लालगंज कोतवाली में 16 फरवरी 2019 को हुई थी। वह कोतवाल के साथ शुक्रवार को क्षेत्र में निकले थे। दोपहर करीब दो बजे लौटकर कोतवाली आए और अपनी बैरक में चले गए। उसके बाद शाम करीब पांच बजे बैरक में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। बैरक में रहे सिपाही दौड़कर दूसरी मंजिल के छत पर गए तो देखा कि आशुतोष यादव खून से लथपथ पड़े थे। उनकी मौत हो गई थी। इस बीच कोतवाल व सीओ भी पहुंचे। जानकारी मिलने पर पहुंचे एसपी अनुराग आर्य, एएसपी पश्चिमी दिनेश चंद्र द्विवेदी ने घटना को लेकर पूछताछ की। फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
(गाजीपुर से प्रेम शंकर मिश्र)