लखनऊ।।योगी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार सितंबर के पहले सप्ताह में हो सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संभावित मंत्रियों के नाम शनिवार को सामने आए हैं। जिनको मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद का मंत्री बनाया जा सकता है।इनके अलावा मेरठ से सोमेंद्र तोमर, फतेहपुर से कृष्णा पासवान, गाजियाबाद के दादरी से तेजपाल गुर्जर, निषाद पार्टी से संजय निषाद, रामचंद्र विश्वकर्मा, मंजू सिवाच मोदीनगर और अपना दल से आशीष पटेल को योगी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती हैं। मालूम हो कि ब्राह्मण चेतना परिषद का गठन कर पूरे प्रदेश के ब्राह्मणों में पहचान बना चुके श्री प्रसाद को प्रधानमंत्री मोदी भी पंसद करते हैं। आज जितिन प्रसाद ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की फोटो शेयर कर प्रशंसा भी की है।
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी से सपरिवार शिष्टाचार भेंट का अवसर प्राप्त हुआ।
— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) August 28, 2021
उनकी आत्मीयता देख मन अभिभूत है।
प्रधानमंत्री जी ने परिवार के सदस्यों को अपना आशीर्वाद दिया, दोनों बच्चों को जो स्नेह, अपनापन दिया वह मुझे जीवन भर मेरी स्मृतियों में जीवंत रहेगा। pic.twitter.com/yVirH6jSTG
बीते दिनों यूपी बीजेपी ने योगी के साथ बैठकर नामों पर चर्चा की और उसे दिल्ली हाईकमान के पास भेज दिया गया था।उन नामों पर दिल्ली हाईकमान ने मुहर लगा दी है।बैठक में इन नेताओं के अलावा उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी उपस्थित थे।यह बैठक शाह के आधिकारिक आवास पर हुई थी। सारी रणनीति 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए तैयार की गई है।
फिलहाल योगी मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 22 राज्यमंत्री हैं, यानी मंत्रियों की संख्या कुल 54 है. नियमों के मुताबिक, अभी 6 मंत्री पद खाली हैं. ऐसे में योगी सरकार अगर कैबिनेट से किसी भी मंत्री को नहीं हटाती है तो भी 6 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं. इसमें ओबीसी, ब्राह्मण के साथ ही अन्य जातियों को साधने की कोशिश हो सकती है.
प्रदेश सरकार के 19 मार्च 2017 को गठन के बाद योगी सरकार ने 22 अगस्त 2019 को मंत्रिमंडल विस्तार किया था. उस दौरान उनके मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे. कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है. हाल ही में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हो गई थी, जबकि कोरोना की पहली लहर में मंत्री चेतन चौहान और मंत्री कमल रानी वरुण का निधन हो गया था. पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 6 स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट की शपथ दिलाई गई थी, इसमें तीन नए चेहरे भी थे।