बेतिया में ऐतिहासिक हुआ चक्का जाम
बेतिया। बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार के द्वारा बनाए गए किसान विरोधी तीन काले कानूनों की वापसी के लिए पिछले 73 दिनों से देश के किसान दिल्ली के चारों तरफ बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं । धरना कर रहे हैं । उनके धरना को किसी तरीके से समाप्त करने के लिए नाना प्रकार के दमनात्मक कारवाइयों का इस्तेमाल किया जा रहा है । आपने देखा किस तरीके से नेशनल हाईवे के सड़क को बुलडोजर चलाकर उसमें नुकीले रड गढ़वा कर किस तरीके से तमाम जगहों के बोडरों को सील करने , 12 लेयर तक बॉर्डर को सील करने का काम सरकार के द्वारा किया गया है । 10 राजनीतिक दलों के लोकसभा के सदस्य 15 की संख्या में किसानों की समस्याओं के संदर्भ में बात करने के लिए जब जाते हैं , तो उनको भारी संख्या में खड़ी पुलिस कर्मी किसानों तक पहुंचने से रोक रहे हैं । यही नहीं इन्होंने अपने आका अमेरिकी सरगना जो वाइडन को अपने काला किसान विरोधी कानून का समर्थन करवाने का हिमाकत किया है। यह किसी तरीके से देश के किसानों को गुमराह करना चाहते हैं और अपने मनमानी करके देश के अंदर में हुकुमत करना चाहते हैं ।
इन्होंने पिछले दिनों में हाऊडी जैसे कार्यक्रम भारतीय मूल के अमेरिका में रह रहे नागरिकों के साथ और इतना ही नहीं भारत से भागे हुए भारतीयों के बीच में मोदी मोदी का नारा लगवाते हैं और देश के मजदूरों की गाढ़ी कमाई के पैसे अपने शान वो शौकत के लिए उड़ाते हैं । बावजूद इसके आज देश के किसानों के समर्थक , उनके परिवार के बच्चे जो विदेशों में काम कर रहे हैं । अगर आज विदेशों में किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहे हैं , तब इनको अच्छा नहीं लग रहा है । ऐसी गंभीर स्थिति में कहना चाहते हैं कि मोदी जी आप हठधर्मिता को छोड़िए और किसानों का जो मांग है , वह तीनों काले कानूनों की पूर्ण रूप से वापसी कीजिए । बता देना चाहते हैं कि जब हिटलर कामयाब नहीं हो सका तो उसको आग लगाकर आत्महत्या करना पड़ा था । इसलिए हम कहना चाहते हैं कि आप अपनी हरकतों से बाज आएं और किसान विरोधी सोच को बदलें । ये अन्नदाता है जो देश के सारे लोगों को भोजन देते है । उनके साथ हठधर्मिता करना छोड़ दें । अन्यथा इसका बुरा परिणाम होगा । उन्हीं किसानों के पक्ष में आज बेतिया स्टेशन चौक पर 1 घंटे का 2:00 से 3:00 तक चक्का जाम किया जा रहा है और यह चक्काजाम पूरे देश में हो रहा है । बिहार में चल रहे परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने बच्चों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो , इसलिए 3 घंटे के बदले 1 घंटे 2:00 से 3:00 तक का चक्का जाम का निर्णय लिया है । हम कहना चाहते हैं के बेतिया ही नहीं पूरे बिहार ही नहीं पूरे देश में जीतनी सफलतापूर्वक चक्काजाम आंदोलन सफल हुआ है , उससे आपको इसे सचेत हो जाना चाहिए। आपको सबक लेना चाहिए और किसानों के साथ बैठकर और उनके विरुद्ध जो आपने काला कानून लाया है उसको पूर्ण रूप से वापस करना होगा। साथ ही एमएसपी को कानूनी दर्जा देना होगा और आज पश्चिम चंपारण सहित बिहार के गन्ना काश्तकारों को ₹400 प्रति क्विंटल गन्ना का दाम तथा चीनी मिलों में बकाएं पैसे का ब्याज सहित भुगतान तथा मनरेगा के मजदूरों को ₹300 रू मजदूरी देने होगा और जब तक आप ऐसा नहीं करते हैं । यह आंदोलन और ज्यादा तीव्र होगा ।आज के ऐतिहासिक एवं सफल चक्का जाम के लिए सभी किसान संगठनों एवं आम जनता को बहुत बहुत बधाई।
चक्का जाम आंदोलन में एटक नेता ओमप्रकाश क्रान्ति , बिहार राज्य किसान सभा के जिला मंत्री चांदसी प्रसाद यादव , अध्यक्ष रामा यादव , अजय यादव , जगरनाथ यादव , बी के नरुला , शंकर कुमार राव , म. हनीफ , प्रकाश वर्मा , नीरज बरनवाल , अवध बिहारी प्रसाद , राजू बैठा , शंकर दयाल गुप्ता , जिला किसान सभा के अध्यक्ष अशोक मिश्र , मंत्री राधा मोहन यादव , म. सत्तार , जवाहर प्रसाद , अंजरुल , योगेन्द्र बाबू , लोक संघर्ष समिति मोहन राम, अमर राम , राजद किसान प्रकोष्ठ रामाकांत यादव , इरफान साहब, कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ शाही कुमार राय , भारत भूषण दुबे , प्रेमचंद दुबे , नवीन कुमार राय , परमेश्वर तिवारी , दिनेश महतो ,जन संघर्ष दल के शामुन खां , अफरोज आलम , सी पी आई एम एल के सुरेंद्र प्रसाद आप के अरुण शर्मा आदि संगठनों के साथी चक्का जाम में शामिल हुए ।