गाजीपुर।अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के युवा जिला अध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में संगठन का एक प्रतिनिधि मंडल आज शुक्रवार को जिला अधिकारी से मिलकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल से संबंधित एक पत्रक सौंपा और महाराणा प्रताप की जयंती के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित कराने के बाबत मुख्यमंत्री और राज्यपाल को सम्बोधित पत्र सौंपा।
इस मौके पर युवा जिला अध्यक्ष ने बताया कि 09 मई को महाराणा प्रताप जयंती है। जैसा कि इतिहास में 09 मई 1540 कुम्भलगढ़ दुर्ग मेवाड़ राजस्थान में उनका जन्म हुआ था। जोकि हिन्दुस्तान के प्रथम स्वतंत्रा संग्राम सेनानी थे। जिस समय हिन्दुस्तान के अन्दर मुगलको का शासन चरम पर था और उनका शासक अकबर पुरे हिन्दुस्तान को अपने शैन्य बल के बूते कब्जे मेें ले रहा था जिसमें अनेको योद्धा उसके सामने नतमत्सक हो चुके थे तब उसका सामना इस वीर क्षत्रिय योद्धा ने किया, उसके सामने न झूकर अपने मिट्टी की मान सम्मान स्वभीमान राजपूति आन मान शान के खारित घास की रोटी खाना तो पसन्द किये लेकिन कभी अपने स्वभीमान के साथ समझौता नही किये। भले ही उनकी सेना छोटी रही हो लेकिन अकबर उनको कभी हरा नही पाया। जैसा कि पुरे युद्ध में जब तक सांस में सास थी भुजाओं मे बल था कभी हार नही माने और अन्त तक युद्ध करते रहे है और हिन्दुस्तान की मिट्टी के खारित अपना प्राण नौछावर कर दिया और अकबर के मंशा पर पानी फेर दिया। जैसा कि उसकी मंशा थी की मै महाराण हो हराउ, लेकिन ऐसा न हो सका। जैसा कि कहा जाता है कि महाराणा कभी हारे नही अकबर कभी उनसे जीता नही है। इस क्षत्रिय कुल शिरोमणी पर पूरे हिन्दुस्तान को नाज है और यहा क्षत्रियो की आन,बान,शान, व स्वाभीमान के प्रतिक है। ऐसे महा पुरूष की जयंती को इतिहासकारो के कुचक्र द्वारा विलुप्त किया गया है। जिसको अब पुरा क्षत्रिय समाज बर्दास्त नही कर सकता है और इस जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाय।