भारत प्राइम न्यूज चैनल संवाददाता विपिन गुप्ता झींझक औरैया/कानपुर देहात उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर देहात में ब्लाक झींझक के निवासी मोहम्मद शब्बीर की एक सच्ची कहानी सोशल मीडिया द्वारा सामने आई है। झींझक के निवासी मोहम्मद शब्बीर सही मायने में समाजसेवा की एक बहुत बड़ी मिशाल हैं। कहानी कुछ इस प्रकार है कि शब्बीर की बेटी खैरून निशा का निधन सन् 2011 में हो गया था। और गोखल में जुटाए रुपए को लोगों में सेवा करने के लिए शब्बीर ने तत्कालीन स्टेशन मास्टर ब्रजेश मीना को पत्र लिखा। पत्र को रेलवे के अधिकारियों को भेजा गया। तो वहां से मोहम्मद शब्बीर को सेवा करने के लिए रेलवे द्वारा इजाजत दे दी गई। तब से लेकर आज तक वह झींझक से लेकर कानपुर सेंट्रल तक के यात्रियों की मदद करते हैं। वह कानपुर सेंट्रल पर प्राइवेट पार्सल में करते हैं। उससे मिलने वाली पगार का आधा हिस्सा झींझक रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगा देते हैं।
उन्होंने अब तक झींझक रेलवे स्टेशन पर 13 हैंडपंपों को लगवा चुके हैं। जबकि उनकी ओर से 35 से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। जो कि आज की स्थिति में वे पेड़ बनकर यात्रियों को छाँव दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने एक से लेकर चार नंबर प्लेटफार्म तक यात्रियों के बैठने के पांच सीमेंटेड सीटें भी बनवाई।