गाजीपुर। मन की बकवास बंद करो, किसानों की बात सुनो, अडानी अम्बानी से यारी, किसानो से गद्दारी, नहीं सहेंगे, बिजली, रेलवे को बेचना बंद, किसानो की लड़ाई, जिन्दाबाद, किसानो तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है, आदि नारों के साथ, तुलसी सागर लंका कार्यालय, करन्डा, गैबीपुर, हथौड़ा, शहाबपुर,समेत हथियाराम बेलहरा आदि गांवों में ताली और थाली बजाकर मोदी के मन की बात का विरोध किया।
अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह ने शहाबपुर गांव में कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानूनों को रद्द करने,2020 बिजली बिल वापस लेने, के सवाल पर इस कड़ाके की ठंड में दिल्ली बार्डर पर खुले आसमान तले सड़क पर है लेकिन उनके सवालों को हल करने के बजाय देश वासियों को मन कि बात सुना रहे हैं। भाकपा (माले)और किसान महासभा इसका कड़ा विरोध करता है मन की बकवास बंद करने और किसानों की बात शुरू करने की मांग करते हैं ।
करन्डा में खेग्रामस जिला सचिव राजेश वनवासी ने कहा कि किसानों आप संघर्ष करो गाजीपुर के साथ है किसान मजदूर आपका साथ देने को तैयार हैं।
गैबीपुर में खेग्रामस जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद ने कहा कि देश में अच्छा लाने का वादा करके आई मोदी सरकार अडानी अंबानी के फायदे के लिए रेलवे से लेकर खेती-बाड़ी को बिजली को औने पौने दाम पर बेच रही है।
कार्यक्रम को सरोज यादव,उजागीर राम,अंगद विश्वकर्मा, निर्मला, योगेन्द्र भारती, राम प्यारे राम ,किशन मौर्य, राम अशीष बिंद, सत्येन्द्र कुमार, मंजू गोंड ने सम्बोधित किया।
यह जानकारी भाकपा माले के जिला सचिव राम प्यारे राम ने दी है।