११ मार्च महिला दिवस के उपलक्ष्य में हुआ गाजियाबाद IMA भवन में कवयित्री सम्मेलन।खचाखच भरा रहा सभागार….
नारायणी फाउंडेशन के तत्वावधान में द्वितीय कवयित्री सम्मेलन ।
साहित्य एवं नवोदित प्रतिभाओं के संवर्धन हेतु समर्पित संस्था नारायणी फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाला कवयित्री सम्मेलन ने अपना दूसरा पड़ाव पार कर लिया।
अतिथि गण :-
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर गाज़ियाबाद की पूर्व मेयर आदरणीया आशा शर्मा , द बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के चैयरमैन बलदेव राज शर्मा, लोक प्रहरी संस्था के अध्यक्ष एवं संस्थापक अशोक नागर एवं समाजसेवी और शिक्षाविद् ऋचा सूद की भी उपस्थिति रही।
दीप प्रज्ज्वलनकर्ता के रूप में पूर्व मेयर आशा शर्मा का स्नेह मिला। आशा शर्मा जी का सानिध्य लगभग कार्यक्रम के समापन तक प्राप्त हुआ उनका साहित्य के प्रति जो लगाव है वो लाजवाब है ।
आरंभ है प्रचंड :-
कार्यक्रम का आरंभ जोधपुर राजस्थान से पधारी शायरा पूर्णिमा जायसवाल”अदा” ने मां शारदे की आराधना से हुआ ।
कवयित्री सम्मेलन की अध्यक्षा का दायित्व देश विदेश में अपनी प्रस्तुति से सबके दिलों में जगह बनाने वाली हम। सबकी प्रिय मधुमोहिनी उपाध्याय जी ने सम्हाला। मध्यप्रदेश रीवा से आई हुई कवयित्री क्रांति पाण्डेय जी ने कमाल का काव्यपाठ किया उसके बाद बनारस से आई नई कलम कृति चौबे ने शानदार काव्यपाठ करके कार्यक्रम को जो ऊंचाई प्रदान की उसके बाद सारा सभागार बहुत देर तक तालियों से गूंजता रहा । मेरठ से आई डॉ शुभम त्यागी जी ने कमाल का काव्यपाठ किया। गाजियाबाद की कवयित्री गार्गी कौशिक ने श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी गाज़ियाबाद से ही सुप्रसिद्ध कवयित्री अंजु जैन जी ने अपने मधुर स्वर से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। संस्था की संस्थापिका रुपा राजपूत जी ने भी मंच से काव्यवर्षा की। जबलपुर मध्यप्रदेश से आई कवयित्री मणिका दुबे द्वारा मधुर स्वर में ग़ज़लों की प्रस्तुति ने उत्सव को महोत्सव में परिवर्तित कर दिया । कार्यक्रम का समापन सुप्रसिद्ध कवयित्री मधुमोहिनी उपाध्याय जी के अद्भुत काव्यपाठ से हुआ दीपाली जैन जी के अद्भुत संचालन एवं काव्यपाठ ने श्रोताओं को खूब लोटपोट किया।
सम्मान समारोह :- संस्था द्वारा प्रतीक चिन्ह साहित्य में रुचि रखने एवं साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान करने के लिए श्री राजीव सिंहल को संस्था की तरफ से सम्मानित किया गया । सम्मान की कड़ी में पंकज गोयल,अशोक नागार, भोली मुस्कान संस्था की संस्थापिका लीना सेठी , सुप्रसिद्ध कवयित्री रमा जैनएवम् विदेश में रहकर हिंदी के लिए कार्य करने वाले जितेंद्र भारद्वाज को भी संस्था की तरफ से सम्मानित किया गया।
संस्था द्वारा “नारायणी स्वर सम्मान ” की घोषणा भी की गई जो प्रतिवर्ष एक कवयित्री को दिया जाएगा इस बार इस सम्मान के लिए कवयित्री मणिका दुबे को चुना गया।
नवोदित प्रतिभाओं को उचित प्रोत्साहन व मंच देकर नव रचनाओं को पुष्ट करने का महती कार्य संस्था “नारायणी फाउंडेशन” का प्रमुख ध्येय है।
मुख्य द्वार पर सभी अतिथियों एवम् कवयित्रियों का स्वागत तिलक लगाकर पुष्प वर्षा के साथ किया गया।
विशिष्ट अतिथियों एवम् कवयित्रियों को प्रतीक चिह्न, अंगवस्त्र व माला पहनाकर किया गया।
कार्यक्रम में विशेष घटना देखने को मिली, युवा कवयित्री कृति चौबे के काव्यपाठ से प्रभावित हो कर अतिथि जितेंद्र भारद्वाज जी ने कुछ सम्मानराशि कृति को प्रदान की।
आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन :-
कार्यक्रम के स्थगन से पूर्व नारायणी फाउंडेशन की संस्थापिका रुपा राजपूत एवम् संस्था के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने मंच पर आकर सभी अतिथियों, कवियों एवं श्रोता दीर्घा में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त किया तथा संस्था को और मजबूती के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। तदुपरांत उपस्थित सभी व्यक्तियों को सुस्वादु भोजन के लिए आमंत्रित कर कार्यक्रम की सम्पन्नता की घोषणा हुई।
कार्यक्रम में कवि राजीव पांडेय, कवि जयप्रकाश मिश्र, कवि चेतन आनंद,संदीप वशिष्ठ,हीरू, कवि भूपेंद्र राघव,मनु वैशाली,दुर्गेश तिवारी, पीयूष मालवीय,कवि प्रदीप तिवारी,कवि संकल्प, कवि पुनीत पांचाल,कवि ओम जी मिश्र , कवि धरम के साथ संस्था के तमाम सदस्यों की महती भूमिका रही।
नारायणी फाउंडेशन आपकी अपनी संस्था है, और हमारे आपके संयुक्त प्रयास के फलस्वरूप ही संस्था अपने लक्ष्यों की प्राप्ति निरन्तर शीघ्रता से करती जा रही है। आप सभी के मनोयोग से समर्पण के लिए संस्था आपकी आभारी है।