हुतात्मा पंडित नाथूराम गोडसे की जयंती भारत एवं विदेशों में भी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई।
यह जानकारी देते हुए भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि हुतात्मा पंडित नाथूराम गोडसे की जयंती लोगों ने अपने-अपने स्थानों पर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई है । इसमें भारत के विभिन्न राज्यों के अनेक स्थानों के लोग सम्मिलित हुए ।
इस अवसर पर श्री पोद्दार ने अपने संदेश में कहा कि हुतात्मा पंडित नाथूराम गोडसे नहीं होते तो भारत का स्वरूप और भी विकृत हो जाता।
सिंगापुर की डॉ प्रतिभा गर्ग ने अपने भेजे गए संदेश में कहा कि उस समय गांधी बार-बार मुसलमानों के पक्ष में खड़े हो रहे थे जिससे देश की धार्मिक साम्प्रदायिकता को बढ़ावा मिला और हिंदुत्व का नुकसान हुआ। भारत पाकिस्तान का बँटवारा का मूल कारण भी गाँधी थे, यदि वो चाहते तो इस अनहोनी को रोक सकते थे जिसका ख़ामियाज़ा आज भी भारत उठा रहा है। इन सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को रोकने के लिए उन्होंने यह अहम कदम उठाया ।
जयंती मनाने वालों में श्री पोद्दार के अलावे बक्सर बिहार से अजय कुमार सिंह , शाहदरा दिल्ली से अर्चना वर्मा , जमशेदपुर झारखंड से रामचंद्र राव , प्रमोद खीरवाल , सबिता ठाकुर दीप , पिंकी देवी व उनकी बेटी , संतोष कुमार गनेड़ीवाला , नभ्य पोद्दार , मेरठ उत्तर प्रदेश से लक्ष्मी गुसाईं , जयपुर राजस्थान से ओम प्रकाश अग्रवाल , *सिंगापुर* से डॉ प्रतिभा गर्ग एवं बिदेह नंदिनी चौधरी , नागपुर महाराष्ट्र से अनुसूया अग्रवाल , जींद हरियाणा से पवन सिंगला , रांची झारखंड से विजय केडिया , मुसाबनी पूर्वी सिंहभूम झारखंड से चंदा मुखी , कलियावर असम से कल्पना देवी आत्रेय आदि के नाम मुख्य रूप से सम्मिलित हैं ।
यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है ।