रांची: शुक्रवार , १२ जनवरी को तुलसी भवन द्वारा संस्थान के मुख्य सभागार में युगद्रष्टा स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती पर रामराज्य और संविधान विषय पर “विचार साधना सत्र ” कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुख्य कारखाना निरीक्षक श्री अरुण कुमार मिश्र तथा संचालन डाॅ० प्रसेनजित तिवारी ने की । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता एवं सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता पी.आई.एल. मैन के रुप में लोकप्रिय श्री अश्विनी उपाध्याय , विशिष्ट अतिथि जमशेदपुर के सांसद श्री विद्युत वरण महतो, सम्मानित अतिथि पूर्व प्रोफेसर एक्स. एल. आर. आई. डाॅ० शरद सरीन तथा स्वामी सीताराम शरण जी महाराज मंचासीन रहे।
मंचासीन लोगो में तुलसी भवन के न्यासी अरुण कुमार तिवारी, मुरलीधर केडिया, अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मुनका, संयोजक धर्मचन्द्र पोद्दार भी रहे । । कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के न्यासी मुरलीधर केडिया एवं अंत में धन्यवाद ज्ञापन अरुण कुमार तिवारी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्जवलन एवं स्वामी विवेकानन्द जी के चित्र पर पुष्पार्पण से हुई । इसके बाद मुख्य अतिथि श्री उपाध्याय ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि २०२३ में मैंने अपने पी. आई. एल. के जरिये अंग्रेजो द्वारा बनाये गये सैकडो कानून हटवाने का काम किया । इस वर्ष २०२४ में कांग्रेस के द्वारा बनाये गये घटिया कानूनो को खत्म करने का काम करुँगा । अपने वक्तव्य के अंत में उपस्थित जन समुह से अबकी बार ४०० पार के नारे भी लगवाये।
खचाखच भरे मुख्य सभागार में उपस्थित लोगो में मुख्य रुप से भाजपा के विनोद सिंह, नीरज सिंह,राजन सिंह, राजीव रंजन सिंह , राजेश सिंह, क्रिडा भारती के राजीव चौधरी, शिव शंकर चौधरी के अलावा सैकडो अधिवक्ता, साहित्य समिति के डाॅ० अजय ओझा,यमुना तिवारी व्यथित, नीलिमा पाण्डेय, वीणा पाण्डेय भारती, माधवी उपाध्याय, उपासना सिन्हा, निवेदिता श्रीवास्तव, रीना सिन्हा,सुरेश चन्द्र झा, अशोक पाठक स्नेही, कैलाश नाथ शर्मा गाजीपुरी समेत सैकडो लोग उपस्थित रहे।