मीटिंग में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मंत्री श्री नवीन तिवारी जी ने कहा कि गंगा महासभा माँ गंगा, प्रकृति एवं संस्कृति को समर्पित अखिल भारतीय संस्था है। गंगा जी की अविरलता और निर्मलता हमारा लक्ष्य है। मां गंगा समेत बिहार-झारखंड की सभी नदियों पर चिंतन कर समाज जागरण हमारा कार्य है। गंगा महासभा बिहार-झारखंड की सभी प्रमुख नदियों की वर्तमान स्थिति पर जल्द ही रिपोर्ट प्रकाशित करेगी।
संस्कृति संसद का आयोजन इस वर्ष नवंबर माह में काशी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में होगा।
अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि गंगा महासभा सन 1905 में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के द्वारा गंगा जी की रक्षा के लिए स्थापित की गई थी। यह संस्था आज भी कार्यरत है। आज आवश्यकता है कि गंगा जी के साथ-साथ अन्य सभी नदियों पर कार्य किया जाए। नदिया नहीं रहेगी तो सभ्यता समाप्त हो जाएंगी।
स्वागत भाषण श्री श्वेतांक गर्ग , प्रदेश संयुक्त महामंत्री (रांची) एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री राहुल कुमार , प्रदेश संयुक्त महामंत्री (पटना) के द्वारा किया गया।
मीटिंग में श्री पोद्दार के अलावे राष्ट्रीय मंत्री श्री नवीन तिवारी, जमशेदपुर से पिंकी देवी, रांची से दीपेश निराला, पटना से राहुल कुमार, डॉ अंकेश कुमार, अरविंद कुमार, जितेंद्र कुमार, दरभंगा से कुमार अनुराग, डाल्टेनगंज से श्वेतांक गर्ग, दीपक पांडेय, विकास कुमार सिंह, शालिनी सोंथालिया, सीतामढ़ी से बैजू ठाकुर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।