सोमवार को अंतिम तिथि भी समाप्त
गाजीपुर। इस समय सरकार द्वारा कई भर्तियों के लिए आवेदन मांगा जा रहा है, लेकिन कुछ प्रमुख वेबसाइट या तो पूरी तरह से ध्वस्त हैं या रुक रुक कर काम कर रहीं हैं।छात्र सुबह से लेकर शाम तक और बहुत सारे छात्र तो रात भर साइबरकैफे में गुजार दे रहे हैं पर उनके मोबाइल पर ओटीपी नहीं आ रहा है, जिस वजह से उनका फॉर्म ऑनलाइन नही हो पा रहा है। यही स्थिति कक्षा 9, 10 और 11, 12 व स्नातक के बच्चों को छात्रवृत्ति का फार्म भरने में सामने आ रही है विभाग ने कक्षा 9,10 वालों के लिए समय सीमा तो बढ़ा दी परंतु वेबसाइट न चलने की वजह से बहुत ही कम बच्चों का फार्म भरा जा सका। यही स्थिति अन्य वेबसाइटों की भी है। सरकार द्वारा श्रमिक पंजीकरण के लिए बहुत जोर शोर से प्रयास किया जा रहा है परंतु उसकी वेबसाइट नहीं चल रही है।इसी तरह तमाम अन्य सरकारी योजनाओं की वेबसाइट या तो एकदम नहीं काम कर रही है या रुक रुक के काम कर रही है अगर यही स्थिति बनी रहेगी तो डिजिटल इंडिया का सपना अधूरा रह जाएगा सब कुछ करने के बाद अगर वेबसाइट ही नहीं चलेगी तो इंडिया डिजिटल कैसे हो पाएगा।
कक्षा नौ से बारह की छात्रवृत्ति के आवेदन और सत्यापन का काम तय तारीख पर पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। छात्रवृत्ति की साइट न चलने से संस्थाओं व छात्र-छात्राओं ने डी आई ओ एस को पत्र भेजकर आवेदन व सत्यापन की तारीख और बढ़ाए जाने की बात कही है। कई संस्थाओं ने समाज कल्याण विभाग के अफसरों को भी इस दिक्कत से अवगत कराया है। शासन के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृत्ति के पात्रों के आवेदन हर हाल में 25 अक्तूबर तक कराने को कहा है।
समाज कल्याण विभाग ने जिले के वित्तीय वर्ष 2021-22 में पूर्व दशम व दशमोत्तर की सभी शिक्षण संस्थाओं को पत्र भेजकर शासन से तय तिथियों में अनूसूचित जाति व सामान्य वर्ग के छात्रवृत्ति आवेदन व उनके सत्यापन का काम कराने के निर्देश दिए हैं। पहले पूर्व दशम छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत कक्षा 9 व 10 के छात्रों के आवेदन की आखिरी तारीख 11 अक्टूबर रखी गई है,वहीं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत कक्षा 11 व 12 एवं अन्य छात्रों के आवेदन को 21 अक्टूबर तय की गई है लेकिन शासन ने आवेदन की तारीख 25 अक्तूबर तक बढ़ा दी थी। और सत्यापन 28 तक कर दिया था। लेकिन इधर कुछ दिनों से छात्रवृत्ति की साइट न चलने से आवेदन करने और उनको सत्यापन करने का काम शिक्षण संस्थाओं में नहीं हो पा रहा है।