गुणात्मक शिक्षा के विकास के साथ प्रतियोगी भावना विकसित करने पर जोर
गाजीपुर । खेल बच्चों के शारिरिक व मानसिक विकास के साथ एक सबल नागरिक बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। प्राथमिक शिक्षा खेल के माध्यम से बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सबल भारत के निर्माण कर रहा है। प्रतियोगिता की भावना बच्चों को उच्च आर्दश प्राप्त करने में सहायक है। उक्त बातें पीजी कालेज के प्रांगण में आयोजित 68 वीं बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने कही। अपर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत प्रतियोगिता का झंड़ा फहराकर किया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने बच्चों के मार्च पोस्ट की सलामी ली। विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बेसिक शिक्षा के बदलते कलेवर पर प्रकाश डालते हुए बच्चों में गुणात्मक शिक्षा के विकास के साथ प्रतियोगी भावना विकसित करने पर जोर दिया ।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने प्रतियोगिता का आख्या प्रस्तुत करते हुए उपस्थित अतिथियों और आगंनतुकों का स्वागत किया । अपने संबोधन में श्री राव ने प्राथमिक शिक्षा को नई उचाई पर स्थापित करने पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए हम सब को संकल्पित होना होगा। तत्पश्चात प्रतियोगिता खो-खो,कब्बड़ी,उंची कूद,लम्बी कूद, योगासन की प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
इस दौरान समारोह के संयोजक खण्ड शिक्षा अधिकारी जखनिया राममूर्ति यादव, सहसंयोजक खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह, जिला व्यायाम शिक्षक अश्विनी राय,स्काउट शिक्षक श्रीकांत सिंह, अविनाश राय,महेन्द्र प्रताप सिंह सहित सभी खण्ड शिक्षा अधिकारीगण यथा संजय यादव,महेन्द्र यादव, अजय कुमार,त्रिवेणी, श्रीप्रकाश सहित सभी ब्लाक के व्यायाम शिक्षक उपस्थित थे। अध्यक्षता प्रशिक्षण संस्थान,सैदपुर सोमारु प्रधान व संचालन अध्यापक/ शिक्षक नेता भगवती प्रसाद तिवारी ने किया ।