कंचौसी / कानपुर देहात । क्षेत्र के रानेपुर निवासी लाखन 45 वर्ष पुत्र स्वर्गीय सूरज प्रसाद 26 सितम्बर को गायब हो गये जिसका शव आज शुक्रवार को पास के ही गड्ढे में पानी में उतराई हुई अवस्था में मिली।आज सुबह शव मिलने से गांव में अफरा-तफरी मच गयी। ग्रामीणों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया। लोग मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने और न्याय की गुहार लगाने लगे। दोपहर में एसडीएम के आने और काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया। परिजनों का आरोप है कि हत्या करके हत्यारों ने शव को ताल में फेंक दिया। इस बाबत जिस दिन लाखन गायब हुए उसी दिन से परिजन पुलिस को सूचित कर दिया और जिस व्यक्ति पर संदेह था उसका नाम बता दिया था। परिजनों का कहना है कि जांच पड़तात के नाम पर हमें गोल-गोल घुमाती रही।
घटना के सम्बन्ध में लाखन की पत्नी गीता देवी का कहना है कि 26 सितंबर 2021 की रात करीब 10:00 बजे मेरे पति लाखन घर के बाहर लेटे थे रात में गांव का ही रहने वाला एक युवक मेरे पति के पास बैठे बातें करता रहा। बाद में मेरे पति को अपने साथ लेकर चला गया मैं ऊपर छत पर लेट गई व सो गई सुबह तक वापस ना आने पर हम लोगों ने खोजबीन की लेकिन उनका कोई पता नहीं चला था। जब गीता ने आरोपी से पूछा तो उसने कुछ बताने से इनकार कर दिया उसके बाद चौकी जाकर तहरीर दी लेकिन मेरी एक ना सुनी गई फिर थाने जाकर थाना अध्यक्ष से गुहार लगाती रही।बाद में चौकी इंचार्ज ने कुछ सिपाहियों को भेजकर मुलजिम को गिरफ्तार कर किया और बाद में छोड़ दिया। मृतक युवक के भाई का कहना है कि आज जब हमारे भाई की हत्या हो गई तब वही आला अधिकारी हम पर दबाव बना रहे हैं। मृतक की तालाब से डेड बॉडी निकलवाने व मार्ग जाम करने के 8 घंटे बाद घटनास्थल पर एसडीम 12 :30 मिनट पहुंचे और मृत युवक के परिजनों को एसडीएम ने दस हजार रूपये दिए और मुआवजाके रूप में पाँच लाख रूपये और दो बीघा भूमि देने का वादा करते हुए तीस हजार रूपये दिलाने का आश्वासन दिया और मार्ग को खाली कराया और डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
रिपोर्टर /सूरज सिंह पत्रकार