मामला आरएमएल संस्थान का
लखनऊ । एक सप्ताह पहले दुबारा नियुक्त किये गये लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो एके त्रिपाठी ने शनिवार देर शाम पद से इस्तीफा दे दिया। एक सप्ताह पहले ही शासन ने उन्हें तमाम आरोपों से मुक्त कर दोबारा निदेशक बनाया था। शनिवार को शाम तक काम करने के बाद उन्होंने राजभवन इस्तीफा भेज दिया, जो स्वीकार कर लिया गया है। हालांकि, अभी किसी को निदेशक का चार्ज नहीं दिया गया है। उनके इस्तीफे के बाद संस्थान से लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग तक हलचल मच गई है।
इस इस्तीफे के बाद आरएमएलआई में आंतरिक कलह और गुटबाजी सतह पर आ गयी है।इससे पूर्व प्रो. नुजहत हुसैन ने भी कार्यकारी निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। प्रो. त्रिपाठी ने दोबारा जॉइन करने के बाद इमरजेंसी को दुरुस्त करने के प्रयास शुरू कर वहां बेड की संख्या में इजाफा किया था। सूत्रों की मानें तो संस्थान में डॉक्टरों का एक गुट उन पर दबाव बना रहा था। हालांकि, अपने इस्तीफे में प्रो. त्रिपाठी ने निजी कारणों का हवाला दिया है, लेकिन चर्चा है कि पद दबाव के चलते छोड़ा गया है। चर्चा यह भी है कि उन्होंने आरोप मुक्त होने के लिए ही जॉइन किया था और बेदाग होने के बाद इस्तीफा दे दिया।