गाजीपुर। दिलदारनगर थाना क्षेत्र के सरैला गांव में मिट्टी के दबाव के कारण दीवार ढहने से बगल में खेल रहे 4 बच्चे दब गए जिनमें इलाज के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया आक्रोशित ग्रामीणों ने मिट्टी को बराबर करने के लिए आई जेसीबी का ईट पत्थर मारकर शीशा तोड़ दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को इसी तरह शांत कराया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद चौरसिया, क्षेत्राधिकारी जमानिया विधि भूषण मौर्या सहित कई थानों की भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
सेवराई तहसील के सरैला गांव में अमजद खान के अहाते में जेसीबी से मिट्टी को बराबर किया जा रहा था। उनके ही बगल में दीवाल से सटे खलिहान में बच्चे खेल गए थे जैसे भी जैसे ही मिट्टी बराबर कर वहां से हटी तो मिट्टी के दबाव के कारण दीवाल ढह गया जिसमें दबने से खेल रहे चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें दिलदार नगर स्थित निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाजुक होने पर वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।
वाराणसी जाते समय रास्ते में ही अमर उर्फ लालू (7) पुत्र झिल्लू बिंद एवं प्रदीप कुमार (8) पुत्र रणजीत बिंद कि रास्ते में ही मौत हो गई। जबकि पंकज कुमार (6) एवं पवन कुमार (10) पुत्रगण रामाशीष बिंद की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। वही पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद मृतक के परिजनो ने शव देने से इनकार कर दिया। पुलिस को किसी भी कार्यवाही के लिए मना कर दिए। काफी समझाने बुझाने के बावजूद परिजनों ने पुलिस को शव नहीं दिया। जिसके लिए देर शाम तक पुलिस हलकान परेशान रहे।
इस बाबत क्षेत्राधिकारी जमानियां ने बताया कि मृतक के परिजनों के द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई है और उनके द्वारा आग्रह किया गया कि वह कोई कार्यवाही नहीं चाहते। जिससे शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।