कानपुर पहुँचने पर हुआ स्वागत
लखनऊ । जासूसी के आरोप में पाकिस्तान में जेल में आठ साल से बंद शम्सुद्दीन को उनके पैतृक घर कानपुर पहुंचा दिया गया। सत्तर वर्षीय शम्सुद्दीन को गत छब्बीस अक्टुबर को भारत लाया गया था जिन्हें कोविड़ के कारण अमृतसर में कोरंटिन किया गया था। रविवार को अधिकारियों द्वारा वह घर पहुँचाया गया।
शमसुद्दीन अपनी बेटियों से मुस्कुराते हुए मिले और उनकी बहन इतने लंबे समय के बाद देखते हुए चेतना शुन्य हो कर बेसुध हो गयीं। इनके घर सहित आसपास पूरे इलाके में एक दीवाली जैसा माहौल था।
शम्सुद्दीन 26 अक्टूबर को अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से भारत पहुंचा था, लेकिन कोविड़ -19 के प्रकोप के बीच अमृतसर में आवश्यक कोरंटिन किया गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस रविवार को सुबह 9:45 बजे शम्सुद्दीन के साथ कानपुर पहुंची और प्रारंभिक कागजी कार्रवाई के बाद उसे परिवार के सदस्यों को सौंप दिया।
पेशे से एक थानेदार, शम्सुद्दीन को 2012 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था। उसने जासूसी के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद पाकिस्तानी जेल में आठ साल बिताए।
उस पर फर्जी पासपोर्ट रखने का भी आरोप था।