आजकल किसानों से संबंधित विधेयकों के बहुत ही ज्यादा चर्चे हैं उन तीन कृषि विधेयकों कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य बिल, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान बिल, आवश्यक वस्तु संशोधन बिल इन तीनों बिलों के खिलाफ तमाम पार्टियां केंद्र सरकार के अगेंस्ट में खड़ी है आलम यह है अकाली दल मोर्चा खोलते हुए अपनी पार्टी के केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को अपने पद से इस्तीफा दिलवा दिया। कुछ समय पहले ही अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में कहा था कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर कृषि विधायकों (एग्रीकल्चर ऑर्डिनेंस) के विरोध मे अपना मंत्री पद छोड़ देंगी। आज केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। और कहा…
हजारों किसान सड़कों पर हैं मैं ऐसी सरकार का हिस्सा नहीं रहना चाहती जो किसानों के डर को दूर किए बिना ही बिल पास कर दें इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।
वहीं केंद्रीय मंत्री कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा…
कांग्रेसी इस तरह के सुधारों को हमेशा अपने घोषणा पत्र में शामिल करती रही है मोदी जी ने किसानों के हित में काम किया और इसके लिए सभी को बधाई
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा…
किसानों को भ्रमित करने में कई शक्तियां लगी हुई है इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए नए अवसर मिलेंगे जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा। इससे हमारे कृषि क्षेत्र को जहां आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा वहीं अन्नदाता सशक्त होंगे
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा…
मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं। एफसीपी सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी यह विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं।
यह ट्वीट उन्होंने लोकसभा में कृषि संबंधित विधेयक पास होने के बाद किया।