गाजीपुर । आज मंगलवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव की उपस्थिति में पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा विधिवत सदस्यता ले ली।
लोक सभा चुनाव से पहले कुशवाहा बसपा से भाजपा में गये गये थे जो कि लोस चुनाव के दौरान अफजाल अंसारी के साथ बसपा में चले आये थे। इधर के राजनैतिक चहल पहल में सपा को सदर विधानसभा से सशक्त उम्मीदवार की जरूरत है। ऎसे में उमाशंकर कुशवाहा के सपा में आने से यह कमी पुरी हो सकती है। आज मंगलवार को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की उपस्थिति में श्री कुशवाहा सपा में आ गये । माना जा रहा है कि उमाशंकर ही सपा के सदर उम्मीदवार होंगे ।
बसपा के पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा ने लखनऊ में सपा के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की विधिवत सदस्यता ग्रहण कर ली। उस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूदगी खास थी। उनके अलावा पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी के पुत्र मन्नू अंसारी भी मौजूद थे। उसके बाद से यह लगभग पक्का माना जा रहा है कि पार्टी उमाशंकर कुशवाहा को गाजीपुर की सदर सीट से पार्टी उम्मीदवार बनाएगी।
उमाशंकर कुशवाहा 2002 में सदर सीट से ही बसपा की टिकट पर विधानसभा में पहुंचे थे। उसके बाद 2004 के लोकसभा चुनाव में बसपा उन्हें गाजीपुर सीट से चुनाव लड़ाई थी। फिर 2012 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा के ही टिकट पर जमानियां से लड़े थे। बाद में वह सपा में चले गए। फिर भाजपा में गए लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में वह फिर बसपा में लौट आए।
इस बार विधानसभा चुनाव में उनकी दावेदारी गाजीपुर की जंगीपुर सीट पर मानी जा रही थी लेकिन बसपा ने उनकी दावेदारी को खारिज कर दी। उसके बाद अब उन्होंने एक बार फिर सपा का दामन थाम लिया है।
उमाशंकर कुशवाहा की अपने समाज में अच्छी पकड़ है। संभवत: सपा मुखिया ने उनकी इसी हैसियत का अंदाजा लगाकर उन्हें अपनी पार्टी में ससम्मान शामिल किया है।