गाजीपुर। समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष रामधारी यादव के नेतृत्व में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर स्थानीय प्राधिकारी के विधान परिषद के चुनाव को निष्पक्ष एवं पारदर्शी पूर्ण तरीके से कराने की मांग किया। प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से वार्ता करते हुए कहा कि भाजपा सरकार दबाव बनाकर एवं भयाक्रांत तथा आतंकित कर तथा बर्बाद एवं तबाह करने की धमकी देकर समाजवादी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार भोलानाथ शुक्ल का नामांकन पत्र वापस करा दिया तथा पार्टी के समर्थित उम्मीदवार मदन सिंह यादव को भी भयाक्रांत एवं आतंकित कर उन्हें तबाह एवं बर्बाद करने की धमकी देकर उनका भी नामांकन वापस कराने का अलोकतांत्रिक एवं घटिया प्रयास आज भी भारतीय जनता पार्टी कर रही थी। बीती रात मदन सिंह यादव की तलाश में सांसद अफजाल अंसारी एवं विधायक मन्नू अंसारी के घर पर छापा डाला गया था तथा जमानियां विधायक ओमप्रकाश सिंह और विधायक डॉ वीरेंद्र यादव को फोन पर धमकी दी गयी। इसके साथ ही जमानियां एस डी एम बुलडोजर लेकर मदन सिंह यादव का घर गिराने की धमकी भी दे रहा है जो पूर्णतया अलोकतांत्रिक एवं गैरकानूनी कदम है। विधानसभा के चुनाव में जनपद में जनता की अदालत में हार चुकी भाजपा विधान परिषद के चुनाव में धनबल, बाहुबल एवं सत्ता का दुरूपयोग कर अपनी जीत दर्ज कराना चाहती है। भाजपा का लोकतंत्र, संविधान और जनता पर भरोसा नहीं रह गया है। वह तानाशाही के रास्ते पर है। विधानसभा के चुनाव में सातों सीट खोकर भाजपा पूरी तरह से हताश और निराश हैं। इस चुनाव में भी वह अपनी पराजय नजदीक देख इस तरीके के नापाक हथकंडे अपना रही है। यदि भाजपा अपने इस नापाक मुहिम में कामयाब हो गयी तो लोगों का भरोसा चुनाव आयोग पर पूरी तरह से उठ जायेगा। चुनाव आयोग जैसी संस्था की मर्यादा कायम रहे इसके लिए निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से चुनाव सम्पन्न होना आवश्यक है। समाजवादी पार्टी संघर्षों की कोख से पैदा हुई है, समाजवादी पार्टी हमेशा भाजपा के नापाक मंसूबों को किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने देगी। लोकतंत्र की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा।
प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से विधायकगण ओम प्रकाश सिंह, डॉ वीरेंद्र यादव, मन्नू अंसारी, जै किशन साहू, बेदी राम, ओपी भारती सहित राजेश कुशवाहा, डॉ नन्हकू यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, सत्या यादव, मुन्नन यादव, दिनेश यादव, बलिराम पटेल, रामाधार यादव, आशा यादव, डॉ सीमा यादव, विभा पटेल, अभिनव सिंह, भानु यादव, कमलेश यादव, छोटे लाल यादव आदि शामिल थे।